ETV Bharat / bharat

जेल में बंद नक्सली कमांडर ने रचा इतिहास, पीएचडी प्रवेश परीक्षा में किया टॉप - Arnab Dam tops PhD

Maoist face Arnab Dam tops PhD entrance exam: माओवादी एरिया कमांडर अर्नब दाम हुगली जिले की जेल में बंद हैं. उनका नाम कई माओवादी हमलों में शामिल था. हालांकि, उन्होंने जेल में रहकर भी शिक्षा के प्रति लगाव को कम नहीं होने दिया. आज परिणाम सबके सामने है. अर्नब दाम अब समाज की मुख्यधारा में लौटना चाहते हैं. उन्होंने पीएचडी प्रवेश परीक्षा में टॉप करके इतिहास रच दिया है.

ETV Bharat
माओवादी नेता अर्नब दाम ने पीएचडी प्रवेश परीक्षा में किया टॉप (ETV Bharat)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jul 6, 2024, 8:35 PM IST

Updated : Jul 6, 2024, 8:40 PM IST

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की जेल में बंद माओवादी एरिया कमांडर अर्नब दाम बर्धमान विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है. अर्नब दाम इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए बर्धमान विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरव्यू में शामिल हुए. प्रवेश परीक्षा में कुल 220 कैंडिडेट शामिल हुए थे. उन सबको पछाड़ कर अर्नब दाम ने इतिहास रच दिया है. अर्नब दाम की इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए बर्धमान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सैयद तनवीर नसरीन ने कहा कि, जिस तरह से अर्नब समाज की मुख्यधारा में लौटने की कोशिश कर रहे हैं, वह अन्य छात्रों के लिए मिशाल के तौर पर काम करेगा.

जेल में रहकर पीएचडी में किया टॉप
बर्धमान विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार, अर्नब दाम विश्वविद्यालय परिसर में आए थे इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम के लिए 26 जून को साक्षात्कार में शामिल हुए थे. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर में लाया गया था. उस परीक्षा का परिणाम शनिवार को प्रकाशित हुआ जिसमें अर्नब दाम पहले स्थान पर रहे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अर्नब मारे गए माओवादी नेता किशनजी के करीबी थे. उनका नाम कई माओवादी हमलों में शामिल था, जिसमें शिल्डा ईएफआर कैंप पर हमला प्रमुख है. मामले में पुलिस ने 2012 में अर्नब को आसनसोल से गिरफ्तार किया था. शिक्षा ग्रहण करने की लगन ने उन्हें यहां भी साथ नहीं छोड़ा. उन्होंने जेल में रहकर स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की.

एसईटी परीक्षा भी पास की
इसके अलावा, अर्नब ने जेल में रहकर राज्य पात्रता परीक्षा (एसईटी) भी पास कर ली. बर्दवान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ विकास अधिकारी और कला संकाय परिषद के सचिव इंद्रजीत रॉय ने कहा, 'अर्नब दाम हुगली जिले की जेल में कैद हैं. उन्होंने बर्धमान विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए आवेदन किया था.' विज्ञापन के आधार पर उन्होंने यूजीसी के पीएचडी नियमों और विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार आवेदन किया. एसईटी परीक्षा पास करने के बाद उन्हें बर्दवान विश्वविद्यालय में साक्षात्कार के लिए कॉल आया. इंद्रजीत रॉय ने कहा कि, यह अच्छी बात है कि वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं. वहीं, बर्धमान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सैयद तनवीर नसरीन ने कहा, 'इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम के लिए 200 से अधिक छात्रों का साक्षात्कार लिया गया था. इस परीक्षा में कुल 9 छात्र पास हुए, जिसमें अर्नब दाम ने प्रथम स्थान हासिल किया.

ये भी पढ़ें: Watch: 89 साल के मार्कंडेय को मिली पीएचडी की डिग्री, युवाओं के लिए बने प्रेरणास्रोत

कोलकाता: पश्चिम बंगाल के हुगली जिले की जेल में बंद माओवादी एरिया कमांडर अर्नब दाम बर्धमान विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा में टॉप किया है. अर्नब दाम इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए बर्धमान विश्वविद्यालय में आयोजित इंटरव्यू में शामिल हुए. प्रवेश परीक्षा में कुल 220 कैंडिडेट शामिल हुए थे. उन सबको पछाड़ कर अर्नब दाम ने इतिहास रच दिया है. अर्नब दाम की इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए बर्धमान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सैयद तनवीर नसरीन ने कहा कि, जिस तरह से अर्नब समाज की मुख्यधारा में लौटने की कोशिश कर रहे हैं, वह अन्य छात्रों के लिए मिशाल के तौर पर काम करेगा.

जेल में रहकर पीएचडी में किया टॉप
बर्धमान विश्वविद्यालय के सूत्रों के अनुसार, अर्नब दाम विश्वविद्यालय परिसर में आए थे इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम के लिए 26 जून को साक्षात्कार में शामिल हुए थे. उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच परिसर में लाया गया था. उस परीक्षा का परिणाम शनिवार को प्रकाशित हुआ जिसमें अर्नब दाम पहले स्थान पर रहे. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अर्नब मारे गए माओवादी नेता किशनजी के करीबी थे. उनका नाम कई माओवादी हमलों में शामिल था, जिसमें शिल्डा ईएफआर कैंप पर हमला प्रमुख है. मामले में पुलिस ने 2012 में अर्नब को आसनसोल से गिरफ्तार किया था. शिक्षा ग्रहण करने की लगन ने उन्हें यहां भी साथ नहीं छोड़ा. उन्होंने जेल में रहकर स्नातक और स्नातकोत्तर की डिग्री हासिल की.

एसईटी परीक्षा भी पास की
इसके अलावा, अर्नब ने जेल में रहकर राज्य पात्रता परीक्षा (एसईटी) भी पास कर ली. बर्दवान विश्वविद्यालय के वरिष्ठ विकास अधिकारी और कला संकाय परिषद के सचिव इंद्रजीत रॉय ने कहा, 'अर्नब दाम हुगली जिले की जेल में कैद हैं. उन्होंने बर्धमान विश्वविद्यालय में पीएचडी के लिए आवेदन किया था.' विज्ञापन के आधार पर उन्होंने यूजीसी के पीएचडी नियमों और विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार आवेदन किया. एसईटी परीक्षा पास करने के बाद उन्हें बर्दवान विश्वविद्यालय में साक्षात्कार के लिए कॉल आया. इंद्रजीत रॉय ने कहा कि, यह अच्छी बात है कि वह समाज की मुख्यधारा से जुड़ना चाहते हैं. वहीं, बर्धमान विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रमुख सैयद तनवीर नसरीन ने कहा, 'इतिहास में पीएचडी कार्यक्रम के लिए 200 से अधिक छात्रों का साक्षात्कार लिया गया था. इस परीक्षा में कुल 9 छात्र पास हुए, जिसमें अर्नब दाम ने प्रथम स्थान हासिल किया.

ये भी पढ़ें: Watch: 89 साल के मार्कंडेय को मिली पीएचडी की डिग्री, युवाओं के लिए बने प्रेरणास्रोत

Last Updated : Jul 6, 2024, 8:40 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.