तिरुवनंतपुरम: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने वायनाड लोकसभा क्षेत्र से उप चुनाव लड़ रहीं प्रियंका गांधी के लिए आठ लाख वोट से जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है. इसके लिए वायनाड में कांग्रेस नेता हाईकमान के निर्देशों को लागू करने के लिए अपनी टीमों को जुटा रहे हैं. लक्ष्य को हासिल करने के लिए पार्टी ने योजना भी तैयार की है.इसके तहत पहले चरण में विधानसभा क्षेत्र समिति की बैठकें होंगी, उसके बाद तेजी से फीडर बॉडी मीटिंग होंगी.
फिलहाल पार्टी वायनाड में कार्यकर्ताओं की रचनात्मक आलोचनाओं और सुझावों पर विचार करके, जिला नेतृत्व, मंडल और निर्वाचन क्षेत्र समितियों तो एक्टिव करने, कमियों को दूर करने और चुनावी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए काम कर रही है. नेतृत्व ने राहुल गांधी के पिछले चुनाव प्रचार के दौरान देरी करने की गलतियों को स्वीकार किया है, जिसके कारण अपेक्षित वोट नहीं मिल पाए.
इस संबंध में वायनाड जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष ओ वी अप्पाचन ने ईटीवी भारत को बताया कि लोकसभा क्षेत्र की समितियों ने नए मतदाताओं का नामांकन शुरू कर दिया है. साथ ही बूथ स्तर पर मतदाता सूची का सत्यापन भी शुरू हो गया है. हमारा लक्ष्य प्रियंका गांधी के लिए 8 लाख वोट जुटाना है.
जिला यूनिट एक्टिव
लोकसभा क्षेत्र नेतृत्व ने केंद्रीय नेतृत्व को आश्वस्त किया है कि प्रियंका गांधी 8 लाख से अधिक वोट हासिल करेंगी. प्रियंका गांधी की उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही कांग्रेस की लोअर यूनिट जिला स्तर तक सक्रिय हो गई है. किसान कांग्रेस, युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस यूनिट रोजाना बैठकें कर रही हैं.
राहुल गांधी को नहीं मिला अपेक्षित बहुमत
इसके अलावा पांच जिला सचिवों को कार्यकर्ताओं से सुझाव सुनने और उनका समाधान करने का जिम्मा सौंपा गया है. नेतृत्व इस बात से चिंतित है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी के भारी बहुमत से जीतने के बावजूद अपेक्षित बहुमत हासिल नहीं हुआ. उन्हें भरोसा है कि प्रियंका की उम्मीदवारी से यह मसला सुलझ जाएगा.
कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने प्रस्तावित बहुमत को हासिल करने के लिए प्रयास शुरू कर दिए हैं. भारी बारिश के बावजूद, प्रियंका के आगमन की घोषणा करने वाले कैंपेन बोर्ड सभी प्रमुख केंद्रों पर लगाए गए हैं. इन पर प्रियंका और राहुल गांधी दोनों की तस्वीरें भी लगाई गई हैं.
राहुल गांधी को मिले कितने वोट?
बता दें कि 2019 के चुनाव में राहुल गांधी को 7,06,367 वोट मिले थे और उन्होंने 4,31,770 वोटों से जीत दर्ज की थी. हालाकि, पिछले लोकसभा चुनाव में उनका बहुमत थोड़ा कम हुआ. इस बार राहुल ने 6,47,445 वोट हासिल किए और उनकी जीत का अंतर 3,64,422 रहा.
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