गुवाहाटी: असम में 27,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर प्लांट पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे की टिप्पणी का कड़ा विरोध हुआ. असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा से लेकर विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा ने प्रियांक खड़गे की टिप्पणी की निंदा की है.
प्रियांक खड़गे कर्नाटक में कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार में ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज और सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्री हैं. दो दिन पहले उन्होंने गुवाहाटी से लगभग 55 किलोमीटर दूर छोटे से शहर जगीरोड में करोड़ों रुपये की सेमीकंडक्टर प्लांट परियोजना को आवंटित करने पर आपत्ति जताई थी.
असम में स्थापित होने वाली इस परियोजना से 30,000 लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलने की उम्मीद है.
कांग्रेस नेता खड़गे ने एक्स पर अपने पोस्ट में कहा कि 27,000 करोड़ रुपये के निवेश के साथ असम में सेमीकंडक्टर स्थापित करना अनुचित है.
“Five semicon manufacturing units, four are in Gujarat, and one is in Assam, but they don't have an ecosystem of skills there. They don't have an ecosystem of research there. They don't have an ecosystem of incubation. They don't have a system of ecosystem of innovations…when…
— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) September 25, 2024
उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "पांच सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में से चार गुजरात में और एक असम में स्थापित की जानी है, लेकिन इन राज्यों के पास न कौशल का इकोसिस्टम है, न वहां शोध का इकोसिस्टम नहीं. उनके पास इनक्यूबेशन और नवाचार का भी इकोसिस्टम नहीं है. जब चिप डिजाइनिंग क्षेत्र में 70 प्रतिशत प्रतिभा कर्नाटक में है, ऐसे में मुझे समझ में नहीं आता कि सरकार राजनीतिक रसूख का इस्तेमाल करके इन परियोजनाओं को दूसरे राज्य में क्यों धकेलना चाहती है. यह अनुचित है."
सीएम सरमा ने कांग्रेस नेता की आलोचना की
प्रियांक खड़गे की इस टिप्पणी पर पलटवार करते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कांग्रेस को असम विरोधी रुख से दूर रहना चाहिए. सरमा ने कांग्रेस प्रमुख खड़गे के बेटे की टिप्पणी को विभाजनकारी बयान करार दिया.
Once again, Congress shows its true colors by opposing Assam’s development. A Karnataka minister, who is also the son of the Congress national president, claims that Assam has no right to host a semiconductor industry! I urge Assam Congress leaders to reject this divisive… https://t.co/YBxcBTgVeW
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) September 27, 2024
उन्होंने एक्स पर लिखा, "एक बार फिर कांग्रेस ने असम के विकास का विरोध करके अपना असली रंग दिखाया है. कर्नाटक के एक मंत्री, जो कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के बेटे भी हैं, का दावा है कि असम को सेमीकंडक्टर उद्योग की मेजबानी करने का कोई अधिकार नहीं है! मैं असम कांग्रेस के नेताओं से इस विभाजनकारी सोच को खारिज करने और असम के सही विकास और प्रगति के लिए खड़े होने का आग्रह करता हूं."
असम के लोगों से माफी मांगे कांग्रेस
वहीं, विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने प्रियांक खड़गे की असम की सेमीकंडक्टर परियोजना पर टिप्पणी की कड़ी आलोचना की है. शनिवार को नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में मार्गेरिटा ने असम कांग्रेस नेतृत्व से राज्य के लोगों से इस टिप्पणी के लिए माफी मांगने को कहा. उन्होंने इस टिप्पणी को असम के लिए विकास विरोधी बताया.
केंद्रीय मंत्री ने कहा, "मैं जगीरोड में स्थापित होने वाले 27,000 करोड़ रुपये के सेमीकंडक्टर असेंबलिंग और टेस्टिंग प्रोजेक्ट का विरोध करने वाले कांग्रेस नेताओं के बयान की निंदा करता हूं. मैं कांग्रेस अध्यक्ष भूपेन बोरा से स्पष्टीकरण चाहता हूं, जो हमेशा खबरों की सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं."
उन्होंने कहा, "कांग्रेस में दूसरे सबसे बड़े परिवार के सदस्य प्रियांक खड़गे ने असम में विकास प्रक्रिया के खिलाफ आवाज उठाई. वे न केवल इस परियोजना का विरोध कर रहे हैं, बल्कि इनमें से कुछ कांग्रेस के शीर्ष नेता यह सुनिश्चित करने की साजिश भी कर रहे हैं कि भविष्य में कोई भी उद्योग असम में न आए. प्रियांक खड़गे के बयान से यह स्पष्ट हो जाता है कि असम में कांग्रेस पार्टी का रुख विकास विरोधी है."
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