रायपुर: बलौदाबाजार की घटना के विरोध में कांग्रेस ने आज पूरे छत्तीसगढ़ में जोरदार प्रदर्शन किया. रायपुर से दुर्ग तक कांग्रेस के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे और सरकार से इस्तीफे की मांग की. रायपुर में राजीव गांधी चौक पर आयोजित कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए. बघेल ने कहा कि बलौदाबाजार की घटना के पीछे खुद बीजेपी के लोग शामिल हैं. घटना के बाद निर्दोष लोगों को पकड़ा जा रहा है. डराया जा रहा है. भूपेश बघेल ने कहा कि ''सरकार कानून व्यवस्था का राज कायम रखने में विफल साबित हुई है. सरकार को अपनी गलती मानते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए.''
''बलौदाबाजार की घटना के पीछे बीजेपी'': विपक्ष ने आरोप लगाया कि बलौदाबाजार की घटना के पीछे बीजेपी का हाथ है. घटना की सीबीआई जांच की मांग पर विपक्ष फिलहाल कुछ भी कहने से बच रही है. बीजेपी का आरोप है कि ''सस्ती और घटिया राजनीति करने का काम इस वक्त कांग्रेस के लोग कर रहे हैं. शांति व्यवस्था बनाए रखने में मदद के बजाए वो प्रदेश की फिजा बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं.''
''सही समय पर कार्रवाई नहीं करने से लोगों की भीड़ भड़क गई. जब लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे तो कुछ उपद्रवी लोग वहां पहुंच गए. उपद्रवियों ने जमकर उत्पात मचाया. अगर पुलिस बल पर्याप्त मात्रा में होती तो भीड़ को काबू किया जा सकता था. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की लगातार बातचीत कलेक्टर के साथ होती रही. इस घटना के लिए अगर कोई जिम्मेदार है तो वो बीजेपी है. भोजना और टेंट की व्यवस्था बीजेपी के लोग कर रहे थे. सरकार पूरी तरह से नाकाम रही. सरकार को तुरंत इस्तीफा दे देना चाहिए. अगर ठीक से बैरिकेटिंग, वाटर कैनन और टीयर गैस का इस्तेमाल किया होता तो ये घटना रोकी जा सकती है. विजय शर्मा से गृहमंत्री का पद नहीं संभल रहा है''. - भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री
दुर्ग में रविंद्र चौबे ने संभाला सरकार के खिलाफ मोर्चा: दुर्ग के हिंदी भवन के सामने कांग्रेस ने अपना विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस के इस प्रदर्शन में पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे सहित सैंकड़ों कांग्रेसी कार्यकर्ता और नेता शामिल हुए. रविंद्र चौबे ने आरोप लगाया कि बलौदाबाजार की घटना प्रदेश के माथे पर कलंक है. इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी गृहमंत्री अपने पद पर बने हैं ये दुर्भाग्यजनक है. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी सीएम अपने पद पर बने हैं. कांग्रेस ने आरोप लगाया कि जांच के नाम पर निर्दोष लोगों को पकड़ा जा रहा है.
''बलौदाबाजार में जो घटना हुई वो शर्मनाक है. मेरे चालीस साल के राजनीतिक करियर में ऐसी घटना न मैंने सुनी नहीं देखी. निर्दोष लोगों को पकड़ा जा रहा है. गृहमंत्री की ये नाकामी है. ये सरकार लॉ एंड आर्डर का राज कायम करने में पूरी तरह से विफल रही है''. - रविंद्र चौबे, पूर्व मंत्री
पलारी में भड़के विकास उपाध्याय: बलौदाबाजार घटना के विरोध में चल रहे प्रदर्शन में शामिल होने के लिए विकास उपाध्याय बलौदाबाजार पहुंचे. पलारी पहुंचते ही विकास उपाध्याय को बैरियर पर रोक लिया गया. जिसपर वो भड़क गए. विकास उपाध्याय ने कहा कि'' मुझे किस वजह से यहां रोका गया है ये मुझे बताया जाए. कौन है डीएसपी बुलाओ मैं बात करुंगा.''
बलौदाबाजार में 20 जून तक धारा 144 लागू: बलौदाबाजार की घटना के बाद प्रशासन ने शांति बहाली के लिए प्रभावित इलाके में धारा 144 लागू की. 16 जून को धारा 144 खत्म होने के बाद फिर से जिला प्रशासन ने धारा 144 20 जून तक के लिए बढ़ा दी. कांग्रेस के प्रदेश व्यापी प्रदर्शन को देखते हुए सभी जिलों में सुरक्षा के चाक चौबंद इंतजाम किए गए हैं. प्रशासन की टीम सोशल मीडिया पर भी नजर रख रही है.
मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर में भी प्रदर्शन: सरकार के खिलाफ बैकुंठपुर जिला मुख्यालय पर भी कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. यहां चरणदास महंत ने धरना प्रदर्शन का नेतृत्व किया. प्रदर्शन में पूर्व विधायक गुलाब कमरो और डॉक्टर विनय जायसवाल शामिल हुए. ज्योत्सना महंत और नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि नैतिकता के आधार पर इस सरकार को इस्तीफा दे देना चाहिए.