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कर्नाटक सांसद के बयान पर भाजपा हमलावर, मंत्री परमेश्वर बोले-'मुझे नहीं पता सुरेश का मतलब क्या था'

separate southern nation remark: कर्नाटक में कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने बजट को लेकर टिप्पणी की थी. सुरेश ने यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया है कि दक्षिण भारत का पैसा उत्तर भारत को आवंटित किया जाता है. इसे लेकर भाजपा निशाना साध रही है.

MP DK Suresh
कांग्रेस सांसद डीके सुरेश
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Feb 2, 2024, 9:48 PM IST

बेंगलुरु: सांसद डीके सुरेश के बयान को लेकर कर्नाटक के कांग्रेस और बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. सुरेश के बयान पर टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा, 'हमें देश को एक करने की बात करनी चाहिए. तोड़ने की बात करना ठीक नहीं है.'

शुक्रवार को बेंगलुरु में अपने आवास पर बोलते हुए परमेश्वर ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि सुरेश का मतलब क्या था. इस देश को एकजुट करने के लिए कई सेनानियों ने अपनी जान गंवाई है. सैकड़ों वर्षों की लड़ाई हुई है. गांधीजी और कई अन्य लोगों ने संघर्ष किया है. हम एक भारत महान हैं. हममें से किसी का जन्म तब नहीं हुआ जब पाकिस्तान का विभाजन हुआ. लेकिन हम इसका इतिहास जानते हैं.'

मंत्री सतीश जारकीहोली ने ये कहा: मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा है कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों को एक समान दृष्टि से देखना चाहिए. जारकीहोली ने केंद्र की बीजेपी सरकार के रवैये के खिलाफ आक्रोश जताया है. उन्होंने कहा कि 'केंद्र सरकार को टैक्स, सूखा समेत अन्य मुद्दों पर सभी राज्यों को साथ लेना चाहिए. जब कर वितरण में भी भेदभावपूर्ण नीति अपनाई जाती है तो भेदभाव होने पर स्वाभाविक रूप से विरोध होता है.'

जारकीहोली ने कहा कि 'कर्नाटक को सूखा राहत कोष के लिए आवेदन किए हुए कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन इसे अभी तक जारी नहीं किया गया है. यहां तक ​​कि जब बरसात के दौरान कर्नाटक में बाढ़ जैसी स्थिति बनी, तब भी केंद्र की ओर से राहत के लिए कोई फंड जारी नहीं किया गया. सांसद डीके सुरेश ने इन सभी बातों के आधार पर राज्य के साथ अन्याय होने की बात कही है. यह सुनिश्चित करना केंद्र पर निर्भर है कि ऐसा न हो.'

सांसद डीके सुरेश के बयान का बचाव करते हुए मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि 'सुरेश ने यह बात इस बात को ध्यान में रखते हुए कही कि दक्षिणी राज्यों को उनकी आय का उचित इनाम मिलना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'इसके ज्यादा मायने बताने की जरूरत नहीं है.'

भाजपा नेता ने की एफआईआर की मांग: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विकास पुत्तूर ने मंगलुरु जेएमएफसी अदालत को पत्र लिखकर सांसद डीके सुरेश के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश देने की मांग की है. शिकायतकर्ता ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह मंगलुरु उत्तर पुलिस को सुरेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दे. उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (देशद्रोह) के तहत कार्रवाई की मांग की.

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मांग की है कि कांग्रेस को सबसे पहले देश को बांटने की बात करने वाले सांसद डीके सुरेश को बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 'यदि कांग्रेस पार्टी में नैतिकता है तो सुरेश को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए. कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.' उन्होंने देश से गद्दारी करने की मानसिकता की निंदा की है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने हमला बोलते हुए कहा है कि 'अलग राष्ट्र की बात करना अपमानजनक है. जो लोग सांसद पद के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए. कांग्रेस विनाश के मूड में है, उसका नैतिक पतन दिन-ब-दिन होता जा रहा है. हताशा और निराशा में सुरेश जैसे कांग्रेसी देश में अराजकता पैदा करने की मानसिकता रखते हैं.' विजयेंद्र ने कहा, 'सुरेश के शब्दों ने साबित कर दिया है कि राहुल गांधी की यात्रा भारत जोड़ो नहीं, भारत को तोड़ने की यात्रा है.'

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बेंगलुरु: सांसद डीके सुरेश के बयान को लेकर कर्नाटक के कांग्रेस और बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. सुरेश के बयान पर टिप्पणी करते हुए कर्नाटक के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर ने कहा, 'हमें देश को एक करने की बात करनी चाहिए. तोड़ने की बात करना ठीक नहीं है.'

शुक्रवार को बेंगलुरु में अपने आवास पर बोलते हुए परमेश्वर ने कहा, 'मुझे नहीं पता कि सुरेश का मतलब क्या था. इस देश को एकजुट करने के लिए कई सेनानियों ने अपनी जान गंवाई है. सैकड़ों वर्षों की लड़ाई हुई है. गांधीजी और कई अन्य लोगों ने संघर्ष किया है. हम एक भारत महान हैं. हममें से किसी का जन्म तब नहीं हुआ जब पाकिस्तान का विभाजन हुआ. लेकिन हम इसका इतिहास जानते हैं.'

मंत्री सतीश जारकीहोली ने ये कहा: मंत्री सतीश जारकीहोली ने कहा है कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों को एक समान दृष्टि से देखना चाहिए. जारकीहोली ने केंद्र की बीजेपी सरकार के रवैये के खिलाफ आक्रोश जताया है. उन्होंने कहा कि 'केंद्र सरकार को टैक्स, सूखा समेत अन्य मुद्दों पर सभी राज्यों को साथ लेना चाहिए. जब कर वितरण में भी भेदभावपूर्ण नीति अपनाई जाती है तो भेदभाव होने पर स्वाभाविक रूप से विरोध होता है.'

जारकीहोली ने कहा कि 'कर्नाटक को सूखा राहत कोष के लिए आवेदन किए हुए कई महीने बीत चुके हैं, लेकिन इसे अभी तक जारी नहीं किया गया है. यहां तक ​​कि जब बरसात के दौरान कर्नाटक में बाढ़ जैसी स्थिति बनी, तब भी केंद्र की ओर से राहत के लिए कोई फंड जारी नहीं किया गया. सांसद डीके सुरेश ने इन सभी बातों के आधार पर राज्य के साथ अन्याय होने की बात कही है. यह सुनिश्चित करना केंद्र पर निर्भर है कि ऐसा न हो.'

सांसद डीके सुरेश के बयान का बचाव करते हुए मंत्री एमबी पाटिल ने कहा कि 'सुरेश ने यह बात इस बात को ध्यान में रखते हुए कही कि दक्षिणी राज्यों को उनकी आय का उचित इनाम मिलना चाहिए.' उन्होंने कहा, 'इसके ज्यादा मायने बताने की जरूरत नहीं है.'

भाजपा नेता ने की एफआईआर की मांग: भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता विकास पुत्तूर ने मंगलुरु जेएमएफसी अदालत को पत्र लिखकर सांसद डीके सुरेश के खिलाफ मामला दर्ज करने का निर्देश देने की मांग की है. शिकायतकर्ता ने अदालत से अनुरोध किया है कि वह मंगलुरु उत्तर पुलिस को सुरेश के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने और उचित कार्रवाई करने का निर्देश दे. उन्होंने भारतीय दंड संहिता की धारा 124ए (देशद्रोह) के तहत कार्रवाई की मांग की.

केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मांग की है कि कांग्रेस को सबसे पहले देश को बांटने की बात करने वाले सांसद डीके सुरेश को बर्खास्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि 'यदि कांग्रेस पार्टी में नैतिकता है तो सुरेश को पार्टी से निष्कासित कर देना चाहिए. कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.' उन्होंने देश से गद्दारी करने की मानसिकता की निंदा की है.

बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने हमला बोलते हुए कहा है कि 'अलग राष्ट्र की बात करना अपमानजनक है. जो लोग सांसद पद के लिए जिम्मेदार हैं उन्हें ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए. कांग्रेस विनाश के मूड में है, उसका नैतिक पतन दिन-ब-दिन होता जा रहा है. हताशा और निराशा में सुरेश जैसे कांग्रेसी देश में अराजकता पैदा करने की मानसिकता रखते हैं.' विजयेंद्र ने कहा, 'सुरेश के शब्दों ने साबित कर दिया है कि राहुल गांधी की यात्रा भारत जोड़ो नहीं, भारत को तोड़ने की यात्रा है.'

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