नई दिल्ली: प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत मंडपम में भारत टेक्स 2024 का उद्घाटन किया. इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, 'आज 100 से अधिक देशों के 3000 से अधिक प्रदर्शक, 3,000 खरीदार और 40,000 व्यापार आगंतुक इस कार्यक्रम में भाग लेने के लिए एक साथ आए हैं. यह कार्यक्रम कपड़ा पारिस्थितिकी तंत्र से मिलने और अपने विचार साझा करने को लेकर इससे जुड़े लोगों के लिए एक मंच बन गया है.'
पीएम मोदी ने कहा, 'आज भारत दुनिया में कपास, जूट और रेशम के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है. लाखों किसान इस काम में लगे हुए हैं. आज सरकार लाखों कपास किसानों का समर्थन कर रही है, उनसे लाखों क्विंटल कपास खरीद रही है. सरकार द्वारा शुरू की गई कस्तूरी कपास भारत की अपनी पहचान बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम होने जा रही है.'
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को दिल्ली के भारत मंडपम में देश में आयोजित होने वाले अब तक के सबसे बड़े वैश्विक कपड़ा कार्यक्रमों में से एक भारत टेक्स-2024 (Bharat Tex - 2024) का उद्घाटन किया. भारत टेक्स-2024 का आयोजन सोमवार से गुरुवार तक किया जा रहा है. प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से रविवार को जारी एक बयान में कहा गया, 'प्रधानमंत्री के 5एफ विजन से प्रेरणा लेते हुए इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाया गया है.
ये फार्म, फाइबर फैब्रिक और फैशन फोकस के माध्यम से विदेशों तक एकीकृत पहुंच को बढ़ावा देता है. भारत टेक्स कपड़ा क्षेत्र में देश की शक्ति का प्रदर्शन करेगा और वैश्विक कपड़ा महाशक्ति के रूप में अपनी स्थिति की पुष्टि करेगा. बयान में कहा गया है कि 11 कपड़ा निर्यात संवर्धन परिषदों के एक संघ द्वारा आयोजित और केंद्र द्वारा समर्थित, भारत टेक्स - 2024 व्यापार और निवेश के दोहरे स्तंभों पर बनाया गया है, जिसमें स्थिरता पर अत्यधिक ध्यान दिया गया है.
चार दिवसीय कार्यक्रम में 65 से अधिक ज्ञान सत्र होंगे. इसमें 100 से अधिक वैश्विक पैनलिस्ट इस क्षेत्र से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करेंगे. इसमें समर्पित मंडप होंगे जिसमें भारतीय कपड़ा विरासत, वैश्विक डिजाइन जैसे विविध विषयों पर फैशन प्रस्तुतियाँ, साथ ही इंटरैक्टिव फैब्रिक परीक्षण क्षेत्र और उत्पाद प्रदर्शन शामिल किया जाएगा.
भारत टेक्स - 2024 में कपड़ा क्षेत्र से जुड़े छात्रों, बुनकरों, कारीगरों और कपड़ा श्रमिकों के अलावा नीति निर्माताओं और वैश्विक सीईओ शामिल होंगे. 3,500 से अधिक प्रदर्शकों, 100 से अधिक देशों के 3,000 से अधिक खरीदारों और 40,000 से अधिक व्यापारिक आगंतुकों की भागीदारी की उम्मीद है. आयोजन के दौरान 50 से अधिक घोषणाओं और समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने की उम्मीद है. इससे कपड़ा क्षेत्र में निवेश और व्यापार को और बढ़ावा मिलेगा और निर्यात को बढ़ाने में मदद मिलेगी. बयान में कहा गया है कि यह प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत और विकसित भारत के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम होगा.