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पीएम मोदी बोले- राम आग नहीं ऊर्जा हैं, विवाद नहीं समाधान हैं

अयोध्या में पीएम मोदी ने रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अपने संबोधन में कहा कि 22 जनवरी 2024 तारीख नहीं, यह नए कालचक्र का उद्गम है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 22, 2024, 2:59 PM IST

Updated : Jan 22, 2024, 3:50 PM IST

अयोध्या : भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठा को पूरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 22 जनवरी 2024 तारीख नहीं, यह नए कालचक्र का उद्गम है. पीएम के साथ ही सीएम योगी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी राममंदिर में रामलला के विराजमान होने के क्षण को राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया.

पीएम ने कहा- यह भारत की संस्कृति की प्राण प्रतिष्ठा

पीएम ने कहा- कुछ लोग कहते थे राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. वे लोग भारत के आपसी सद्भाव को नहीं समझ पाए. यह मंदिर आग नहीं, ऊर्जा को जन्म दे रहा है. विरोधी सुनें- राम आग नहीं, ऊर्जा हैं. राम सबके हैं. राम विवाद नहीं, समाधान हैं. राम अनंत काल हैं, यह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा नहीं अपितु भारत की संस्कृति की प्राण प्रतिष्ठा है. यह मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है,यह भारत के दर्शन का मंदिर है, यह भारत की चेतना का मंदिर है.

कहा- आज हमारे राम आ गए

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे राम आ गए हैं. सदियों की प्रतीक्षा, धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आए हैं. कंठ अवरुद्ध है, चित्त उस पल में लीन है. अब रामलला टेंट में नहीं, भव्य मंदिर में रहेंगे. आज का दिन तारीख नहीं, एक नए कालचक्र का उद्गम है. कहा कि आज हमें राम मंदिर मिला है. इसी के साथ राष्ट्र गुलामी की मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा हुआ है. आज नव इतिहास का सृजन हो गया है.

सागर से सरयू तक उत्सव छाया

पीएम मोदी ने कहा ये समय सर्वकालिक अमिट रेखाएं खींच रहा है. संविधान में भगवान राम विराजमान हैं. न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली. आज शाम दीपोत्सव मनाइए. सागर से सरयू तक उत्सव भाव छाया हुआ है. भारतीयों के मन में राम हैं, पर्व से परंपराओं तक में राम हैं. राम रस जीवन प्रवाह की तरह बहता रहता है, राम कथा असीम है,रामायण अनंत है. पीएम ने कहा यह मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है, यह भारत के दर्शन का मंदिर है, यह भारत की चेतना का मंदिर है. राम भारत का चिंतन हैं, विश्वास हैं, व्यापक हैं, नीति हैं, राम निरंतर हैं. सवाल है मंदिर तो बन गया अब आगे क्या. कालचक्र बदल रहा है. हमारी पीढ़ी को कालचक्र ने चुना है. यही सही समय है. आगे एक हजार साल के समर्थ, सक्षम, भव्य, दिव्य भारत की नींव रखनी है.

यह अमृतकाल, देश को वैभवशाली बनाना है

पीएम मोदी ने कहा-मां शबरी का ध्यान आते ही विश्वास जागृत होता है कि राम आएंगे. निषादराज और राम का संबंध अपनत्व विश्वास के संबंध का संदेश देता है. आह्वान किया- संकल्प लीजिए, रामकाज से राष्ट्रकाज के लिए पल-पल लगा देंगे. अहम से वयम की ओर चलना है. भारत को वैभवशाली बनाना है. ये अमृत काल है. युवा ऊर्जा से भरा हुआ है, हमें अब चूकना नहीं है. युवाओं अब बैठना नहीं है. चांद से सूर्य तक नवप्रभात हो रहा है, इसे अनंत तक ले जाना है. भव्य भारत के अभ्युदय का यह मंदिर साक्षी बनेगा.

हम रामलाल के क्षमा प्रार्थी, जो करना पड़ा इतना इंतजार

पीएम मोदी ने कहा- मैं राम भक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं.माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सब को नमन करता हूं. मैं अयोध्या और पावन सरयू को प्रणाम करता हूं. दिव्य आत्माएं, दैवीय विभूतियां भी इस समय हमारे आसपास उपस्थित हैं. मैं इन सभी दिव्य चेतनाओं को भी नमन करता हूं. मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं. हमारे त्याग, पुरुषार्थ और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम सदियों से यह कार्य नहीं कर पाए. विश्वास है कि आज प्रभु राम हमें क्षमा करेंगे. पीएम ने कहा कि पूरा देश आज दीपावली मना रहा है. पीएम ने इसी के साथ अपनी धनुष कोटि यात्रा का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन का समापन सियावर रामचंद्र की जय बोलकर किया.

8000 से अधिक अतिथि पहुंचे

पीएम मोदी के मंच के सामने 8000 से अधिक देशभर से आए हुए गणमान्य अतिथि, साधु-संत और फिल्म जगत के कलाकार मौजूद थे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने ट्रस्ट की तरफ से आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया. मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पहली पंक्ति में सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष के महंत नरेंद्र गोपाल दास मौजूद थे.

यह भी पढ़ें : राम मंदिर में विराजे रामलला, पीएम नरेंद्र मोदी ने किया साष्टांग प्रणाम, देखिए VIDEO

यह भी पढ़ें : राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा; त्रेतायुग सी हुई अयोध्या, फूल मालाओं और झालर से सजी रामनगरी, ढोल की धुन पर गूंजी बधाई

अयोध्या : भव्य राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठा को पूरा करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि 22 जनवरी 2024 तारीख नहीं, यह नए कालचक्र का उद्गम है. पीएम के साथ ही सीएम योगी और संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी राममंदिर में रामलला के विराजमान होने के क्षण को राष्ट्र के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया.

पीएम ने कहा- यह भारत की संस्कृति की प्राण प्रतिष्ठा

पीएम ने कहा- कुछ लोग कहते थे राम मंदिर बना तो आग लग जाएगी. वे लोग भारत के आपसी सद्भाव को नहीं समझ पाए. यह मंदिर आग नहीं, ऊर्जा को जन्म दे रहा है. विरोधी सुनें- राम आग नहीं, ऊर्जा हैं. राम सबके हैं. राम विवाद नहीं, समाधान हैं. राम अनंत काल हैं, यह रामलला की प्राण प्रतिष्ठा नहीं अपितु भारत की संस्कृति की प्राण प्रतिष्ठा है. यह मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है,यह भारत के दर्शन का मंदिर है, यह भारत की चेतना का मंदिर है.

कहा- आज हमारे राम आ गए

पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारे राम आ गए हैं. सदियों की प्रतीक्षा, धैर्य, अनगिनत बलिदान, त्याग तपस्या के बाद हमारे प्रभु राम आए हैं. कंठ अवरुद्ध है, चित्त उस पल में लीन है. अब रामलला टेंट में नहीं, भव्य मंदिर में रहेंगे. आज का दिन तारीख नहीं, एक नए कालचक्र का उद्गम है. कहा कि आज हमें राम मंदिर मिला है. इसी के साथ राष्ट्र गुलामी की मानसिकता को तोड़कर उठ खड़ा हुआ है. आज नव इतिहास का सृजन हो गया है.

सागर से सरयू तक उत्सव छाया

पीएम मोदी ने कहा ये समय सर्वकालिक अमिट रेखाएं खींच रहा है. संविधान में भगवान राम विराजमान हैं. न्यायपालिका ने न्याय की लाज रख ली. आज शाम दीपोत्सव मनाइए. सागर से सरयू तक उत्सव भाव छाया हुआ है. भारतीयों के मन में राम हैं, पर्व से परंपराओं तक में राम हैं. राम रस जीवन प्रवाह की तरह बहता रहता है, राम कथा असीम है,रामायण अनंत है. पीएम ने कहा यह मंदिर मात्र एक देव मंदिर नहीं है, यह भारत के दर्शन का मंदिर है, यह भारत की चेतना का मंदिर है. राम भारत का चिंतन हैं, विश्वास हैं, व्यापक हैं, नीति हैं, राम निरंतर हैं. सवाल है मंदिर तो बन गया अब आगे क्या. कालचक्र बदल रहा है. हमारी पीढ़ी को कालचक्र ने चुना है. यही सही समय है. आगे एक हजार साल के समर्थ, सक्षम, भव्य, दिव्य भारत की नींव रखनी है.

यह अमृतकाल, देश को वैभवशाली बनाना है

पीएम मोदी ने कहा-मां शबरी का ध्यान आते ही विश्वास जागृत होता है कि राम आएंगे. निषादराज और राम का संबंध अपनत्व विश्वास के संबंध का संदेश देता है. आह्वान किया- संकल्प लीजिए, रामकाज से राष्ट्रकाज के लिए पल-पल लगा देंगे. अहम से वयम की ओर चलना है. भारत को वैभवशाली बनाना है. ये अमृत काल है. युवा ऊर्जा से भरा हुआ है, हमें अब चूकना नहीं है. युवाओं अब बैठना नहीं है. चांद से सूर्य तक नवप्रभात हो रहा है, इसे अनंत तक ले जाना है. भव्य भारत के अभ्युदय का यह मंदिर साक्षी बनेगा.

हम रामलाल के क्षमा प्रार्थी, जो करना पड़ा इतना इंतजार

पीएम मोदी ने कहा- मैं राम भक्त हनुमान को प्रणाम करता हूं.माता जानकी, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न सब को नमन करता हूं. मैं अयोध्या और पावन सरयू को प्रणाम करता हूं. दिव्य आत्माएं, दैवीय विभूतियां भी इस समय हमारे आसपास उपस्थित हैं. मैं इन सभी दिव्य चेतनाओं को भी नमन करता हूं. मैं प्रभु श्री राम से क्षमा याचना भी करता हूं. हमारे त्याग, पुरुषार्थ और तपस्या में कुछ तो कमी रह गई होगी कि हम सदियों से यह कार्य नहीं कर पाए. विश्वास है कि आज प्रभु राम हमें क्षमा करेंगे. पीएम ने कहा कि पूरा देश आज दीपावली मना रहा है. पीएम ने इसी के साथ अपनी धनुष कोटि यात्रा का भी जिक्र किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन का समापन सियावर रामचंद्र की जय बोलकर किया.

8000 से अधिक अतिथि पहुंचे

पीएम मोदी के मंच के सामने 8000 से अधिक देशभर से आए हुए गणमान्य अतिथि, साधु-संत और फिल्म जगत के कलाकार मौजूद थे. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने ट्रस्ट की तरफ से आए हुए सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया. मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा पहली पंक्ति में सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल श्री राम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष के महंत नरेंद्र गोपाल दास मौजूद थे.

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Last Updated : Jan 22, 2024, 3:50 PM IST
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