रायपुर/नई दिल्ली: पीएम मोदी ने आयुर्वेद के क्षेत्र में धुर नक्सल नारायणपुर के वैद्यराज हेमचंद मांझी की सेवा भावना की तारीफ की है. उन्होंने रविवार को मन की बात में हेमचंद मांझी का जिक्र किया और कहा कि हेमचंद मांझी ने हजारों लोगों की सेवा की है.
पीएम मोदी ने इसके साथ ही आयुर्वेद के क्षेत्र में उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया है. इससे आयुष चिकित्सा विज्ञान को काफी बढ़ावा मिलेगा. पीएम ने आयुर्वेदाचार्य सुश्री यानू का भी जिक्र किया.
"इस बार छत्तीसगढ़ के हेमचंद मांझी उनको भी पद्म सम्मान मिला है. वैद्यराज हेमचंद मांझी भी आयुष चिकित्सा पद्धति की मदद से लोगों का इलाज करते हैं.छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में गरीब मरीजों की सेवा करते हुए उन्हें पांच दशक से ज्यादा का समय हो रहा है. हमारे देश में आयुर्वेद और हर्बल मेडिसिन का जो खजाना छिपा है. उसके संरक्षण में सुश्री यानू और हेमचंद जैसे लोगों की बहुत बड़ी भूमिका है." नरेंद्र मोदी, प्रधानमंत्री
सीएम साय ने भी की वैद्यराज हेमचंद मांझी की तारीफ: सीएम साय ने भी हेमचंद मांझी की तारीफ की है. उन्होंने कहा कि वैद्यराज हेमचंद मांझी ने अपना पूरा जीवन जड़ी बूटियों की खोज में लगा दिया. लगभग पांच दशकों से वह हजारों लोगों का इलाज कर रहे हैं. यही वजह है कि केंद्र सरकार ने उन्हें पद्मश्री से सम्मानित करने का फैसला लिया है.
सीएम साय ने हेमचंद मांझी का किया सम्मान: सीएम साय ने रविवार को रायपुर में हेमचंद मांझी का सम्मान किया. उन्होंने कहा कि वैद्यराज ने पूरे देश में छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है. उन्होंने जड़ी बूटियों से कई बीमारियों से ग्रसित लोगों को इलाज किया है. उनसे गुजारिश है कि इस आयुष चिकित्सा प्रणाली को वह आने वाली पीढ़ी को आगे बढ़ाएं. ताकि मानव जाति का कल्याण हो सके.
अमेरिका से भी आते हैं मरीज: सीएम ने कहा कि वैद्यराज हेमचंद मांझी के पास इलाज कराने के लिए अमेरिका से भी मरीज आते हैं. यही वजह है कि उनके इस कार्य का ख्याति पूरी दुनिया में फैल रही है. हेमचंद मांझी नारायणपुर के छोटे डोंगर में उस दौर में लोगों के इलाज करने की शुरुआत की. जब उस इलाके में कोई स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं थी. उन्होंने सेवाभाव के चलते ऐसा फैसला लिया. उनके परिवार में कोई भी वैद्य के पेशे में नहीं था. फिर उन्होंने अपनी ज्ञान के बदौलत यह फैसला लिया. जिसके बाद धीरे धीरे उनकी ख्याती फैली और लोग इलाज के लिए आने लगे. अब तो विदेश यानी की अमेरिका से भी लोग इलाज के लिए उनके पास आ रहे हैं.
"हम तो सेवा का कार्य कर रहे थे. लोगों का उपचार कर रहे थे और खुश थे. जब पता चला कि पीएम मोदी जी ने पद्मश्री के लिए चुनने का निर्णय लिया है. तो पहले तो आश्चर्य हुआ. हमें लगा कि दिल्ली में भी बैठकर मोदी जी की सरकार पूरे देश में हो रहे अच्छे कामों पर नजर बनाये हुए हैं. सेवा का काम करने वालों को सम्मानित करते जा रही है": वैद्यराज हेमचंद मांझी, पद्मश्री से सम्मानित
बस्तर की वन औषधियों में गजब की शक्ति है: वैद्यराज हेमचंद मांझी ने बताया कि बस्तर की वन औषधि में गजब की शक्ति है. अलग अलग तरह की जड़ी बूटियां यहां मिलती है. सब को अलग अलग अनुपात में मिलाने से लोगों की कई तरह की बीमारियां खत्म होती है. कई बार कैंसर के मरीज भी हमारे पास एलोपैथी से निराश होकर आते हैं. फिर वह हमारी औषधियों के इलाज से ठीक हो जाते हैं. मेरे पास हर दिन सौ की संख्या में मरीज पहुंचते हैं. शनिवार को भी असम और आंध्रप्रदेश से मरीज पहुंचे थे.
कम खर्च में करते हैं हेमचंद मांझी इलाज: हेमचंद मांझी ने बताया कि मैं कम खर्च में इलाज करते है. वन औषधियों में उपयुक्त मात्रा में शहद, लौंग एवं अन्य मसाले डाले जाते हैं. सिर्फ मैं उसका खर्च ही मरीजों से लेता हूं. जब तक मेरे तन में सांस है मैं लोगों की सेवा करता रहूंगा.
सीएम ने कहा कि यह पुण्य का है काम: सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि यह काम पुण्य का काम है. आपकी आयुर्वेद विद्या से कई मरीज ठीक हो रहे हैं. पद्मश्री मिलने से आपके बारे में और लोग जानेंगे. आप आने वाली पीढ़ी को यह शिक्षा दें. आपका ज्ञान काफी मूल्यवान है. इसे आपकी पीढ़ी में समाप्त नहीं होना चाहिए. हेमचंद मांझी ने इस मौके पर सीएम से मिले सम्मान और मुलाकात से उत्साह बढ़ने की बात कही. मैं नई पीढ़ी को नाड़ी से बीमारी की पहचान सीखा रहा हूं. अब जड़ी बूटियों के बारे में इन लोगों को बताऊंगा.