Elections 2024 Predictions, हैदराबाद: लोकसभा चुनाव 2024 पांचवें चरण में पहुंच चुका है. पांचवें चरण में 20 मई को छह राज्यों और दो केंद्रशासित प्रदेशों की 49 लोकसभा सीटों पर मतदान होगा. इस बीच एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग (Antique Stock Broking) ने अपने ताजा अनुमान में कहा है कि 2019 के मुकाबले इस बार भाजपा बेहतर स्थिति में है. ब्रोकरेज कंपनी ने 2019 में जीत के अंतर के मुकाबले मतदान प्रतिशत के विश्लेषण के आधार पर उम्मीद जताई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा 2019 की सीटों की संख्या को पार कर सकती है.
ब्रोकरेज कंपनी ने एक बयान में कहा है कि भाजपा लोकसभा में मौजूदा सीटों की संख्या में सुधार कर सकती है, लेकिन भाजपा नीत एनडीए के 370-410 सीटें जीतने की उम्मीद नहीं है, जैसा कि कई चुनावी सर्वेक्षणों में अनुमान लगाया गया है. 2019 के लोकसभ चुनाव में भाजपा 303 सीटें मिली थीं.
एंटीक ने कहा कि हमारे विश्लेषण का मुख्य निष्कर्ष है कि 85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाताओं और विकलांगों के लिए पहली बार वैकल्पिक डाक मतपत्र की सुविधा से मतदान प्रतिशत में वृद्धि हो सकती है और यह दावा अनुचित है कि वर्ष 2004 के कम मतदान के ट्रेंड को दोहराया जा सकता है, जिसके कारण भाजपा को सीटों का नुकसान हुआ था. एंटीक के मुताबिक, भाजपा के वोट बैंक का विस्तार हुआ है, खासकर निम्न आय वाले परिवारों में.
अंतिम मतदान प्रतिशत और बढ़ सकता है...
ब्रोकरेज कंपनी ने कहा कि एकतरफा चुनाव वोटिंग प्रतिशत में गिरावट का कारण बनते हैं, जैसा कि पिछले गुजरात और पंजाब विधानसभा चुनावों में देखा गया. लेकिन उसके अब तक के विश्लेषण से संकेत मिलता है कि भाजपा बेहतर स्थिति में है. एंटीक ने कहा कि अंतिम मतदान प्रतिशत और बढ़ सकता है क्योंकि चुनाव आयोग ने पहली बार 85 वर्ष से अधिक आयु के 82 लाख मतदाताओं और 88 लाख विकलांग मतदाताओं के लिए वैकल्पिक डाक मतपत्र की सुविधा प्रदान की है.
बयान में कहा गया है कि वोटर्स का यह हिस्सा वर्तमान मतदान प्रतिशत में शामिल नहीं है. मौजूदा केंद्र सरकार द्वारा विकलांगों के लिए शुरू की गई कल्याणकारी योजनाओं की संख्या को देखते हुए, उम्मीद की जा सकती है कि इस वर्ग का झुकाव वर्तमान सत्तारूढ़ पार्टी की ओर हो सकता है.
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(डिस्क्लेमर- यह खबर ब्रोकरेज कंपनी एंटीक स्टॉक ब्रोकिंग के अनुमान पर आधारित है. ईटीवी भारत इन अनमनों की किसी भी तरह से पुष्टि नहीं करता है. हमारा उद्देश्य सिर्फ पाठकों तक सूचना पहुंचाना है.)