साकोली (महाराष्ट्र): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज महाराष्ट्र में विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए गौतम अडानी की आड़ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा. शनिवार को भंडारा-गोंदिया संसदीय क्षेत्र में बोलते हुए कहा, अग्निवीर सेना की योजना नहीं, बल्कि मोदी के दिमाग की योजना है. उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती हो तो वह अग्निवीर योजना को बंद करने का काम करेगी. उन्होंने पूर्व में कांग्रेस की सरकार की योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी ने बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया, हरित और दुग्ध क्रांति लाने का काम किया. लेकिन मोदी 24 घंटे सिर्फ धर्म की बात करते हैं.
राहुल बोले, मोदी ने कुछ उद्योगपतियों के लिए सरकार चलाई
उन्होंने आरोप लगाया कि, पीएम मोदी ने पिछले 10 सालों में कुछ चुनिंदा उद्योगपतियों के लिए सरकार चलायी. उन्होंने रैली को संबोधित करते हुए आगे कहा कि, जब मोदी की सरकार आई तो अडानी के शेयर के दाम बढ़ गए. नरेंद्र मोदी की सरकार में सब कुछ अडानी के लिए किया जाता है. पूरा देश जानता है कि, नरेंद्र मोदी की सरकार अडानी की सरकार है. सीबीआई, ईडी के दबाव में मुंबई एयरपोर्ट अडानी को सौंप दिए गए. उन्होंने आरोप लगाया कि, अडानी का भारत के सभी बंदरगाहों पर नियंत्रण है. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि आज देश में 22 लोगों के पास 70 प्रतिशत आबादी जितनी संपत्ति है. उन्होंने प्रधानमंत्री पर तंज कसते हुए कहा कि, मोदी हिंदू और मुस्लिम पर चर्चा कर रहे हैं.
कांग्रेस के 5 प्रमुख वादों का जिक्र
राहुल गांधी ने पार्टी की घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए आगे कहा कि, कांग्रेस की घोषणा पत्र में 5 प्रमुख वादे किए गए हैं. पार्टी ने सोच समझकर यह कांग्रेस का घोषणा पत्र को तैयार किया है. इसे तैयार करने के लिए हजारों लोगों से विचार-विमर्श के बाद घोषणा पत्र तैयार किया गया है. उन्होंने कांग्रेस की घोषणा पत्र को देश की जनता का घोषणा पत्र करार दिया. राहुल गांधी ने कांग्रेस के आश्वासनों को दोहराते हुए महिलाओं, युवाओं, किसानों और व्यापारियों को प्रोत्साहित करने की कोशिश की. उन्होंने कहा कि कांग्रेस महिलाओं के अधिकारों के लिए 8,500 रुपये का वेतन देगी.
राहुल गांधी ने देश में पिछड़े वर्ग के अधिकारों की कमी पर टिप्पणी करते हुए आगे कहा कि.'INDIA' गठबंधन के नेतृत्व में सरकार बनते ही जाति जनगणना कराई जाएगी ताकि मालूम हो सके कि कौन कितना प्रतिनिधित्व कर रहा है, इसके आंकड़े देश के सामने आएंगे. उन्होंने अयोध्या में रामलला प्राण प्रतिष्ठा पर बोलते हुए कहा कि, आदिवासी होने के नाते देश के राष्ट्रपति को राम मंदिर समारोह में शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई.
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