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500 रुपये के नोटों की गड्डी के साथ बिस्तर पर लेटे UPPL के नेता की तस्वीर वायरल, BJP गठबंधन की है पार्टी - UPPL Leader With Money - UPPL LEADER WITH MONEY

UPPL Leader With Money, असम के राजनीतिक गलियारों में उस समय रस्साकसी शुरू हो गई, जब राज्य में भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी दल यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के एक नेता की तस्वीर नोटों की गड्डियों के साथ वायरल हो गई. कांग्रेस ने इस मौके फायदा उठाते हुए फौरन ही बीजेपी को घेरना शुरू कर दिया.

Assam leader with wad of notes
नोटों की गड्डी के साथ असम के नेता
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Mar 27, 2024, 5:55 PM IST

उदलगुरी: एक जन प्रतिनिधि की मूर्खतापूर्ण घटना इन दिनों शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है और असम में कई लोगों की भौंहें तन गई हैं. आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि आखिर क्यों एक जनता का एक प्रतिनिधि सोशल मीडिया की चकाचौंध के केंद्र में आ गया और उसने हंगामा मचा दिया.

आइए सबसे पहले आपको बताते हैं कि उनका नाम क्या है. वह बेंजामिन बासुमतारी हैं. बेंजामिन भैरागुड़ी गांव के ग्राम परिषद विकास परिषद (वीसीडीसी) के अध्यक्ष हैं, जो बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिले उदलगुरी के अंतर्गत आता है.

बुधवार को, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के सदस्य बेंजामिन बसुमतारी की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें वह बिस्तर पर 500 रुपये के नोटों की गड्डियों के साथ लेटे हुए हैं और केवल पारंपरिक तौलिया पहने हुए दिख रहे हैं. इस तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में विवाद पैदा कर दिया है.

बेंजामिन द्वारा तस्वीर पोस्ट करने के तुरंत बाद न केवल बहस छिड़ गई, बल्कि यह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई. गौरतलब है कि यूपीपीएल बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल की सत्तारूढ़ पार्टी है और राज्य में बीजेपी की सहयोगी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भैरागुड़ी वीसीडीसी के अध्यक्ष बेंजामिन बसुमतारी पर अपने दायरे में आने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) योजना और मनरेगा के गरीब लाभार्थियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है. इस बीच यूपीपीएल ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है. बीटीआर प्रमुख प्रमोद बोडो ने स्पष्ट किया है कि बेंजामिन का यूपीपीएल से कोई संबंध नहीं है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि 'बेंजामिन बासुमत्रि की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रही है. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि श्री बासुमत्रि अब यूपीपीएल से जुड़े नहीं हैं, क्योंकि उन्हें 10 जनवरी, 2024 को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, और 5 जनवरी, 2024 को हरिसिंघा ब्लॉक समिति, यूपीपीएल से एक पत्र प्राप्त होने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी.'

पोस्ट में आगे कहा गया कि 'इसके अतिरिक्त, बीटीसी सरकार ने 10 फरवरी, 2024 को उन्हें वीसीडीसी अध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया और हटा दिया. मैं सभी मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे श्री बासुमात्री को यूपीपीएल के साथ जोड़ने से बचें. उनके कार्य पूरी तरह से उनकी अपनी जिम्मेदारी हैं, और पार्टी उनके किसी भी व्यक्तिगत कार्य के लिए जवाबदेह नहीं है. आपकी समझ और सहयोग के लिए धन्यवाद.'

यह अभी भी पता लगाया जाना बाकी है कि बेंजामिन ने अपने कार्यों से कितनी संपत्ति अर्जित की है, लेकिन अभी तक कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. अब बेंजामिन की आय के स्रोत का पता लगाने के लिए क्या पूछताछ या जांच होगी, यह देखना दिलचस्प होगा.

उदलगुरी: एक जन प्रतिनिधि की मूर्खतापूर्ण घटना इन दिनों शहर में चर्चा का विषय बनी हुई है और असम में कई लोगों की भौंहें तन गई हैं. आपको यह जानकर हैरानी हो सकती है कि आखिर क्यों एक जनता का एक प्रतिनिधि सोशल मीडिया की चकाचौंध के केंद्र में आ गया और उसने हंगामा मचा दिया.

आइए सबसे पहले आपको बताते हैं कि उनका नाम क्या है. वह बेंजामिन बासुमतारी हैं. बेंजामिन भैरागुड़ी गांव के ग्राम परिषद विकास परिषद (वीसीडीसी) के अध्यक्ष हैं, जो बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले जिले उदलगुरी के अंतर्गत आता है.

बुधवार को, यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के सदस्य बेंजामिन बसुमतारी की एक तस्वीर सामने आई, जिसमें वह बिस्तर पर 500 रुपये के नोटों की गड्डियों के साथ लेटे हुए हैं और केवल पारंपरिक तौलिया पहने हुए दिख रहे हैं. इस तस्वीर ने राजनीतिक गलियारों में विवाद पैदा कर दिया है.

बेंजामिन द्वारा तस्वीर पोस्ट करने के तुरंत बाद न केवल बहस छिड़ गई, बल्कि यह विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गई. गौरतलब है कि यूपीपीएल बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल की सत्तारूढ़ पार्टी है और राज्य में बीजेपी की सहयोगी है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार, भैरागुड़ी वीसीडीसी के अध्यक्ष बेंजामिन बसुमतारी पर अपने दायरे में आने वाले प्रधानमंत्री आवास योजना (पीएमएवाई) योजना और मनरेगा के गरीब लाभार्थियों से रिश्वत लेने का आरोप लगाया गया है. इस बीच यूपीपीएल ने खुद को इस मामले से अलग कर लिया है. बीटीआर प्रमुख प्रमोद बोडो ने स्पष्ट किया है कि बेंजामिन का यूपीपीएल से कोई संबंध नहीं है.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने लिखा कि 'बेंजामिन बासुमत्रि की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित हो रही है. हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि श्री बासुमत्रि अब यूपीपीएल से जुड़े नहीं हैं, क्योंकि उन्हें 10 जनवरी, 2024 को पार्टी से निलंबित कर दिया गया था, और 5 जनवरी, 2024 को हरिसिंघा ब्लॉक समिति, यूपीपीएल से एक पत्र प्राप्त होने के बाद उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई थी.'

पोस्ट में आगे कहा गया कि 'इसके अतिरिक्त, बीटीसी सरकार ने 10 फरवरी, 2024 को उन्हें वीसीडीसी अध्यक्ष पद से निलंबित कर दिया और हटा दिया. मैं सभी मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया उपयोगकर्ताओं से आग्रह करता हूं कि वे श्री बासुमात्री को यूपीपीएल के साथ जोड़ने से बचें. उनके कार्य पूरी तरह से उनकी अपनी जिम्मेदारी हैं, और पार्टी उनके किसी भी व्यक्तिगत कार्य के लिए जवाबदेह नहीं है. आपकी समझ और सहयोग के लिए धन्यवाद.'

यह अभी भी पता लगाया जाना बाकी है कि बेंजामिन ने अपने कार्यों से कितनी संपत्ति अर्जित की है, लेकिन अभी तक कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है. अब बेंजामिन की आय के स्रोत का पता लगाने के लिए क्या पूछताछ या जांच होगी, यह देखना दिलचस्प होगा.

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