भुवनेश्वर: ओडिशा में भुवनेश्वर-कटक पुलिस कमिश्नरेट ने थानों के रिसेप्शन डेस्क के सभी कर्मियों को पुलिस और आगंतुकों दोनों के व्यवहार को रिकॉर्ड करने के लिए बॉडी कैमरा पहनने को कहा है. पुलिस कमिश्नरेट ने यह कदम भुवनेश्वर-कटक के भरतपुर थाने में पुलिसकर्मियों द्वारा एक महिला के कथित यौन उत्पीड़न और सेना के एक अधिकारी को प्रताड़ित करने की घटना के बाद उठाया है.
रिसेप्शन रूम या थाने के प्रभारी पुलिस अधिकारी बॉडी कैमरा पहनते हैं. यह कैमरा थाने में आने वाले शिकायतकर्ताओं पर नजर रखता है. सभी थानों में हेल्प डेस्क पर बैठने वाले सभी पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा पहनना अनिवार्य कर दिया गया है.
पुलिस कमिश्नर सुरेश देवदत्त सिंह के निर्देश पर सभी थानों में हेल्प डेस्क पर बैठने वाले सभी पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा पहना दिया गया है. पुलिस कमिश्नर ने निर्देश दिया है कि पुलिसकर्मी हमेशा इस बात को लेकर सजग रहेंगे कि वे शिकायतकर्ता को मित्रवत सेवाभावी माहौल में कानूनी सहायता प्रदान करेंगे. इससे पारदर्शिता बनी रहेगी.
बॉडी कैमरा से पुलिस हमेशा सतर्क रहेगी...
उन्होंने कहा कि इस व्यवस्था से पुलिस थाने में आने वाले शिकायतकर्ता के व्यवहार को रिकॉर्ड किया जा सकेगा, क्योंकि कई बार पुलिस के प्रति शिकायतकर्ता का व्यवहार बर्दाश्त करने लायक नहीं होता. बॉडी कैमरे लगने से पुलिस हमेशा सतर्क रहेगी और कंट्रोल रूम को सटीक जानकारी होगी. पुलिस की कार्यशैली में सुधार आएगा. कोशिश होगी कि इन सभी कैमरों की फुटेज का एक महीने तक बैकअप रखा जाए.
भुवनेश्वर के डीसीपी पिनाक मिश्रा ने बताया कि कमिश्नर के निर्देशानुसार रविवार 27 अक्टूबर से सभी पुलिस थानों के रिसेप्शन पर या जहां भी शिकायतकर्ता सबसे पहले शिकायत दर्ज कराने पहुंचता है, वहां सभी पुलिसकर्मियों को बॉडी कैमरा लगाने का निर्देश दिया गया है.
उन्होंने कहा कि बॉडी कैमरा छोटा सा कैमरा होता है जिसे पुलिसकर्मी अपने कपड़ों पर लगाते हैं. जब कोई पुलिस अधिकारी किसी से बात करता है या किसी के सामने होता है तो हमारी और हमारे सामने मौजूद लोगों की हरकतें रिकॉर्ड हो जाती हैं. हम इस बात पर कड़ी नजर रखेंगे कि पुलिस हमारे थाने में आने वाले शिकायतकर्ताओं से किस तरह पेश आ रही है, उनकी शिकायतों को किस तरह सुन रही है.
हम सभी थानों को एसओपी देंगे...
डीसीपी ने कहा कि अगर इस संबंध में कोई चूक होती है तो हम उसे सुधारेंगे और अगर कुछ और किया जा सकता है, जैसे प्रशिक्षण या काउंसलिंग, तो हम इस संबंध में कदम उठाएंगे. इसके लिए हम सभी थानों को एसओपी देंगे. हम अपने सीसीटीवी के जरिये भी निगरानी रखेंगे कि किसी ने बॉडी कैमरा पहना है या नहीं. मुख्य वीडियो और ऑडियो दोनों रिकॉर्ड किए जाएंगे. शिकायतकर्ता के साथ पूरी बातचीत रिकॉर्ड की जाएगी.
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