नई दिल्ली: भाजपा की सत्तारूढ़ एनडीए सरकार और कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष के बीच आम सहमति नहीं होने के चलते आज लोकसभा में अध्यक्ष पद के लिए गहमागहमी रहा. इस बीच ओम बिरला में ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुने गए. परंपरागत रूप से लोकसभा अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आम सहमति से किया जाता है.
बीजेपी ने अध्यक्ष पद के लिए राजस्थान के कोटा से तीन बार सांसद रह चुके भाजपा के ओम बिरला ने नाम का प्रस्ताव रखा जबकि विपक्ष ने केरल के आठ बार के कांग्रेस सांसद कोडिकुन्निल सुरेश के नाम का प्रस्ताव रखा. सुरेश 18वीं लोकसभा में सबसे लंबे समय तक सांसद रहने वाले सांसद हैं. सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस दोनों ने अपने सदस्यों को तीन-लाइन व्हिप जारी कर बुधवार को सुबह 11 बजे से कार्यवाही समाप्त होने तक लोकसभा में उपस्थित रहने को कहा.
बता दें कि 27 जून को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. यह घटनाक्रम तब हुआ जब एनडीए ने विपक्षी इंडिया (I.N.D.I.A.) गुट की इस मांग को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देने के बदले में उपसभापति का पद विपक्ष के लिए छोड़ दिया जाए. इससे पहले, इंडिया (I.N.D.I.A.) गुट ने उपसभापति का पद मांगा था.
हालांकि, भाजपा की ओर से कोई स्पष्टता नहीं मिलने पर, इंडिया (I.N.D.I.A.) गुट ने स्पीकर पद के लिए कांग्रेस सांसद के. सुरेश का नाम आगे बढ़ाया. दूसरी ओर भाजपा ने कोटा से सांसद ओम बिरला को अध्यक्ष पद के लिए नामित किया. वह इससे पहले 17वीं लोकसभा में अध्यक्ष रह चुके हैं. इससे पहले, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि उन्होंने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सूचित किया है कि विपक्ष एनडीए के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए तैयार है, इस शर्त पर कि उपसभापति का पद विपक्ष को दिया जाए.
मंगलवार को मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, 'हमने राजनाथ सिंह से कहा है कि हम उनके अध्यक्ष (उम्मीदवार) का समर्थन करेंगे, लेकिन परंपरा यह है कि उपाध्यक्ष का पद विपक्ष को दिया जाता है.' 543 सदस्यीय लोकसभा में 293 सांसदों के साथ एनडीए के पास स्पष्ट बहुमत है, जबकि विपक्षी इंडिया (I.N.D.I.A.) ब्लॉक में 234 सांसद हैं. 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून को शुरू हुआ और 3 जुलाई को समाप्त होगा.
राज्यसभा का 264वां सत्र 27 जून को शुरू होगा और 3 जुलाई को समाप्त होगा. आम चुनावों के बाद यह पहला लोकसभा सत्र है जिसमें राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 293 सीटें मिलीं, जबकि इंडिया (I.N.D.I.A.) ब्लॉक को 234 सीटें मिलीं. हालांकि, भाजपा केवल 240 सीटें हासिल करके बहुमत हासिल करने में विफल रही.