नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को लेकर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि देश की जनता ने हमारी सरकार को इसलिए आशीर्वाद दिया क्योंकि भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी सरकार की नीति जीरो टॉलरेंस की रही है और हमारा एक मात्र टारगेट नेशन फर्स्ट है.
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं की बयानबाजी ने 'शोले' फिल्म को भी पीछे छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि फिल्म में एक मौसी जी थीं... तीसरी बार ही तो हारे हैं, पर मौसी मोरल विक्ट्री तो है ना. अरे! मौसी 13 राज्यों में 0 सीटें आई हैं पर हीरो तो है ना. अरे पार्टी की लुटिया तो डुबोई है, पार्टी अभी भी सांसें तो ले रही है.
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि दुनिया के सबसे बड़े चुनाव अभियान में जनता ने हमें चुना है और मैं कुछ लोगों का दर्द समझ सकता हूं. लगातार झूठ फैलाने के बावजूद उन्हें भारी हार का सामना करना पड़ा. हम तुष्टीकरण नहीं बल्कि संतुष्टिकरण की नीति पर चले.
'जनता ने 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा'
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े चुनाव अभियान में देश की जनता ने हमें तीसरी बार देश की सेवा करने का मौका दिया है. ये अपने आप में लोकतांत्रिक दुनिया के लिए बेहद महत्वपूर्ण और गौरवपूर्ण है. देश की जनता ने हमें हर कसौटी पर परखने के बाद ये जनादेश दिया है. जनता ने हमारे 10 साल के ट्रैक रिकॉर्ड को देखा.
कांग्रेस पर लगाए आरोप
इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जातियों को एक दूसरे के खिलाफ खड़ा करने का आरोप लगाया. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी खुलेआम एक जाति को दूसरी जाति के खिलाफ खड़ा करने के लिए हर दिन नए-नए नैरेटिव गढ़ रही है और नई-नई योजनाएं ला रही है... उसने विभिन्न मंचों से साफ-साफ घोषणा की कि अगर उन्हें मनचाहा परिणाम नहीं मिला तो 4 जून को देश में आग लगा दी जाएगी. लोग जुटेंगे, अराजकता फैलाई जाएगी और ये अपीलें बड़ी संख्या में की गईं. कांग्रेस का उद्देश्य अराजकता फैलाना है.
राहुल गांधी पर साधा निशाना
इतना ही नहीं उन्होंने राहुल गांधी पर तंज भी कसा. प्रधानमंत्री ने कहा. "मुझे एक घटना याद है, एक लड़का था जिसके 99 अंक आए थे और वह सबको दिखाता था. जब लोग 99 सुनते थे तो उसका बहुत हौसला बढ़ाते थे. फिर एक टीचर आया और बोला कि तुम मिठाई क्यों बांट रहे हो? उसके 100 में से 99 नहीं, बल्कि 543 में से 99 अंक आए थे. अब उस बच्चे को कौन समझाए कि तुमने फेल होने का वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है."