रायपुर: छत्तीसगढ़ में ईओडब्ल्यू और एसीबी की टीम ने महादेव सट्टा एप केस में जांच तेज कर दी है. EOW ने महादेव सट्टा एप में दिल्ली और गोवा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. अरेस्ट करने के बाद EOW ने दोनों आरोपियों को बुधवार को रायपुर के कोर्ट में पेश किया. अदालत से ईओडब्ल्यू को दोनों आरोपियों की 6 दिन की रिमांड मिली है. तीस अप्रैल को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया जाएगा.
कहां से गिरफ्तार हुए दोनों आरोपी: राहुल वकटे की गिरफ्तारी दिल्ली से और रितेश यादव की गिरफ्तारी गोवा से हुई है. इसके साथ ही EOW की टीम ने हवाला के 43 लाख रुपये को भी सीज किया है. ईओडब्ल्यू की टीम ने बताया कि अगस्त 2023 में निलंबित एएसआई चंद्रभूषण वर्मा की गिरफ्तारी के बाद से दोनों आरोपी फरार चल रहे थे. मंगलवार को दोनों की गिरफ्तारी की गई और बुधवार को इन्हें रायपुर की अदालत में पेश किया गया है.
क्या था दोनों आरोपियों का रोल: EOW की मानें तो आरोपी राहुल हवाला के पैसे प्राप्त करने के बाद चंद्रभूषण वर्मा तक पैसे पहुंचाने का काम करता था. राहुल के नाम पर तीन फर्म रजिस्टर्ड हैं, इसकी जानकारी भी ईओडब्ल्यू को मिली है. EOW के मुताबिक बड़ी मात्रा में आरोपियों ने कैश जमा कराया है. जबकि दूसरा आरोपी रितेश यादव पैनल ऑपरेटर का काम करने के साथ ही हवाला के जरिए पैसे को चंद्रभूषण वर्मा और सतीश चंद्राकर को देकर इस काम में मदद करता था.
महादेव एप केस में जांच तेज: दूसरी तरफ महादेव सट्टा एप मामले में ईओडब्ल्यू की प्रोडक्शन वारंट स्पेशल कोर्ट ने स्वीकार कर ली है. सुनील दमानी, सतीश चंद्राकर और चंद्रभूषण वर्मा से ED पूछताछ करना चाहती है. इसके बाद इन्हें गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. ईओडब्ल्यू की टीम के मुताबिक रितेश यादव गोवा में लोकेट किया गया. गोवा में रितेश यादव 8 महीने तक छुपा हुआ था. पूछताछ में पता चला कि रितेश पुणे में महादेव सट्टा एप पैनल का संचालन करवा रहा था. रितेश की गिरफ्तारी पुणे पुलिस की मदद से हुई है.
एसीबी ईओडब्ल्यू ने कथित महादेव सट्टेबाजी ऐप घोटाले में दर्ज अपनी एफआईआर में कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी आरोपी बनाया है. इसके साथ-साथ ऐप के प्रमोटरों रवि उप्पल, सौरभ चंद्राकर, शुभम सोनी और अनिल कुमार अग्रवाल सहित 14 अन्य लोग भी आरोपी बनाए गए हैं.