इंफाल: मणिपुर के इंफाल वेस्ट जिले में संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) धमाके से एक व्यक्ति की मौत हो गई वहीं एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. घटना शुक्रवार रात डीएम कॉलेज परिसर में हुई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि ओइनाम केनेगी (24) नामक व्यक्ति की अस्पताल में मौत हो गई, वहीं घटना में गंभीर रूप से घायल एक व्यक्ति का अस्पताल में इलाज जारी है.
अब तक किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है. इस बीच अज्ञात व्यक्तियों ने इंफाल वेस्ट जिले के लाम्फेलपट में नागरिक संस्था से जुड़े संगठन 'यूनाइटेड कमेटी मणिपुर' (यूसीएम) के कार्यालय में आग लगा दी. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एक अन्य घटना में अज्ञात लोगों ने शुक्रवार रात पौने एक बजे इंफाल ईस्ट जिले में एक स्कूल के प्रशासनिक प्रकोष्ठ में तोड़-फोड़ की और उसमें आग लगा दी. उन्होंने बताया कि आग ने परिसर में खड़े एक वाहन को भी अपनी चपेट में ले लिया.
सूत्रों के मुताबिक, धमाका आज रात करीब 9:25 बजे हुआ. धमाके में एक शख्स की मौत की खबर है. मृतक की पहचान 24 वर्षीय ओइनम केनेगी के रूप में हुई है. दो अन्य लोगों के घायल होने की खबर है, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है. दोनों घायलों को शहर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उनका इलाज चल रहा है. सूत्रों ने यह भी बताया है कि मृतक के शव को अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.
हालांकि, मृतकों और घायल व्यक्तियों के संबंध में आधिकारिक पुष्टि की अभी भी प्रतीक्षा की जा रही है. धमाके को लेकर अभी तक किसी भी समूह ने जिम्मेदारी नहीं ली है. फिलहाल पुलिस मौके पर है और स्थिति का जायजा ले रही है. अभी तक यह भी साफ नहीं हो पाया है कि धमाके के लिए किस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल किया गया है. यह विस्फोट पिछले साल मई से मणिपुर में चल रहे जातीय संघर्ष के बीच हुआ है.
पिछले साल 3 मई को मेइतेई समुदाय की अनुसूचित जनजाति (एसटी) दर्जे की मांग के विरोध में पहाड़ी जिलों में आयोजित 'आदिवासी एकजुटता मार्च' के बाद भड़की हिंसा में 180 से अधिक लोग मारे गए थे. मणिपुर की आबादी में मैतेई लोगों की संख्या लगभग 53 प्रतिशत है और वे ज्यादातर इम्फाल घाटी में रहते हैं, जबकि आदिवासी, जिनमें नागा और कुकी शामिल हैं, 40 प्रतिशत हैं और मुख्य रूप से पहाड़ी जिलों में रहते हैं.