राजकोट: गुजरात के राजकोट में पिछले महीने हुए गेम जोन हादसे को लेकर कांग्रेस पार्टी ने 25 जून मंगलवार के को बंद बुलाया. इस बंद के चलते मंगलवार को मुख्य बाजार में सन्नाटा पसरा रहा. इसके साथ ही कई अन्य प्रतिष्ठान भी बंद रहे. विपक्षी कांग्रेस द्वारा बुलाए गए 'राजकोट बंद' के समर्थन में स्कूल, कॉलेज, ट्यूशन सेंटर, सोना और आभूषण बाजार और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे. वहीं, आधे दिन के बंद के दौरान राजकोट बंद के बीच कालावड रोड पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प हुई. जिसके बाद पुलिस ने सभी कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
कई व्यापारिक संगठनों ने दिन भर के लिए अपने कारोबार बंद रखने की घोषणा करके कांग्रेस के बंद के आह्वान का समर्थन किया. वहीं, शहर में विभिन्न स्थानों पर पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए सुरक्षा व्यवस्था के तहत गश्त बढ़ा दी गई थी. कांग्रेस विधायक जिग्नेश मेवाणी, पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल और अन्य स्थानीय नेता राजकोट के विभिन्न इलाकों में व्यापारियों को बंद को सफल बनाने में उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देने के लिए निकले.
बता दें कि, टीआरपी गेम ज़ोन में लगी आगमें 27 लोगों की मौत हो गई थी. आज एक महीना पूरा होने पर कांग्रेस ने आधे दिन के बंद की घोषणा की.राजकोट में व्यापारियों से मृतक के लिए न्याय मांगने और उसकी आत्मा को शांति देने की अपील की गई ह. जिसके तहत आज सुबह से ही राजकोट के मुख्य बाजारों में पुलिस की कड़ी तैनाती की गई. कांग्रेस नेता भी मुख्य बाजारों में लोगों से बंद में शामिल होने का आग्रह करते नजर आ आए और कुछ व्यापार संघों ने भी बंद का समर्थन किया.
शर्मिंदा होने के बजाय गर्व कर रही है सरकार : अग्निकांड के पीड़ित परिवार
अग्निकांड में जान गंवाने वालों के परिवार की कहानी एक बार फिर सुनने को मिली. राजकोट में टीआरपी गेम जोन में लगी आग को आज एक महीना पूरा हो गया है । इस दौरान जान गंवाने वाले लोगों के प्रति सहानुभूति जताने और दोषियों को सजा दिलाने के लिए राजकोट में कांग्रेस की ओर से आधे दिन का बंद रखा गया । जिसमें मृतकों के परिजनों को जिन्होंने अपनी जान गंवाई । वे भी आग में शामिल हुए। परिवारों ने सरकार पर आरोप लगाया था कि जब वे शांतिपूर्ण माहौल में बंद के लिए समर्थन की अपील करने निकले तो पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया.
राजकोट अग्निकांड को लेकर जिग्नेश मेवाणी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला
कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवाणी समेत नेताओं ने व्यापारियों से दुकानें बंद रखने की अपील की. जिन इलाकों में आग की घटना हुई वहीं दुकानें खुलीं, जिग्नेश मेवाणी समेत नेताओं ने की बंद की अपील. जिग्नेश मेवाणी, लालजीभाई देसाई सहित नेता बंद की अपील करते नजर आए और व्यापारियों से अनुरोध किया कि वे बंद का समर्थन करें क्योंकि राजकोट नाना मावा रोड पर दुकानें खुली थीं जहां घटना हुई थी.
क्या बोले शक्तिसिंह गोहिल
कांग्रेस सांसद और गुजरात कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शक्तिसिंह गोहिल ने मृतकों को श्रद्धांजलि दी और मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और सरकार पर हमला बोला. शक्तिसिंह ने कहा कि वह कांग्रेस द्वारा की गई बंद की घोषणा में शामिल होने के लिए सभी को धन्यवाद देते हैं.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच झड़प
आग लगने की घटना के एक महीने बाद जब कांग्रेस ने राजकोट में आधे दिन के बंद का ऐलान किया तो बंद के लिए निकले कांग्रेस कार्यकर्ताओं की कलावड रोड पर पुलिस से झड़प हो गई. वहीं, कार्यकर्ताओं ने सड़क पर जाम लगाते हुए बीजेपी के खिलाफ नारे लगाए. वहीं कुछ मिनटों के लिए यातायात की समस्या उत्पन्न कर दी.
कांग्रेस ने किया बंद का आह्वान
बता दें, कांग्रेस ने मंगलवार को आधे दिन के बंद का आह्वान किया था, ताकि 25 मई को राजकोट के टीआरपी गेम जोन में आग लगने की घटना में मारे गए लोगों को याद किया जा सके और मृतकों के परिजनों को अधिक मुआवजा देने की मांग की जा सके. इसने मृतकों के परिवारों को न्याय दिलाने और राज्य सरकार द्वारा गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा घटना की निष्पक्ष जांच की भी मांग की है.
पीड़ितों के परिजनों ने भी बंद की अपील की
पीड़ितों के परिजनों ने भी बंद की अपील की थी. आग त्रासदी के कुछ पीड़ितों के रिश्तेदारों ने 22 जून को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से बातचीत की. 25 मई को गेम जोन में लगी भीषण आग में बच्चों समेत 27 लोग जलकर मर गए थे. घटना के बाद राज्य सरकार ने आग के कारणों, सिस्टम में खामियों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों का सुझाव देने के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक सुभाष त्रिवेदी के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया था.
टीआरपी गेम जोन मामले में अब तक 15 गिरफ्तार
आग त्रासदी के सिलसिले में अब तक 15 लोगों को गिरफ़्तार किया जा चुका है, जिनमें गेम ज़ोन के पांच मालिक और राजकोट नगर निगम (आरएमसी) के कुछ वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं. पुलिस की जांच से पता चला है कि गेम जोन आरएमसी के अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) के बिना चल रहा था. 15 जून को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शहर के पुलिस आयुक्त के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया.
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