रुद्रप्रयाग: भगवान शिव के प्रसिद्ध धाम केदारनाथ में सावन के पहले सोमवार पर भक्तों की भारी भीड़ है. रात के अंधेरे से ही भक्त बाबा केदार के जलाभिषेक के लिए ठंड और बारिश में दर्शनों के लिए लाइन में लगे हुए हैं. भक्तों में बाबा केदार के दर्शनों के लिए भारी उत्साह है. मान्यता है कि इस महीने भगवान शिव का जलाभिषेक करने से सभी पाप दूर होते हैं.
आज भगवान शिव के पवित्र माह सावन का पहला सोमवार है. केदारनाथ में बाबा केदार के जलाभिषेक के लिए भारी भीड़ लगी हुई है. रात से ही भक्त बाबा केदार के दर्शन और जलाभिषेक के लिए लाइन में लग गए थे. धाम में लगातार बारिश हो रही है. बारिश के कारण ठंड भी है. बावजूद इसके भक्त दर्शनों के लिए लाइन में लगे रहे. धाम पहुंचे भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए बेहद खुश दिखे.
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार हिमालय में बसे केदारनाथ धाम में सतयुग के दौरान भगवान नर-नारायण ने केदारनाथ भगवान की तपस्या की थी. भगवान केदारनाथ ने नर-नारायण को यहां दर्शन दिये. बाद में जब पांडव गोत्र हत्या की मुक्ति के लिए केदारनाथ में आये तो उन्होंने भी यहां भगवान शिव की तपस्या की. भगवान शिव ने यहां पर पांडवों को भैंसे के रूप में दर्शन दिये. यही कारण है केदारनाथ धाम में भगवान शिव का त्रिकोणीय आकार वाला लिंग यानी चिन्ह है. बाद में केदारनाथ धाम आदिगुरु शंकराचार्य पहुंचे. उन्होंने यहां पर भगवान केदारनाथ के मंदिर की स्थापना की. केदारनाथ के रावल और मुख्य पुजारी दक्षिण भारण के लिंग समुदाय के लोग होते हैं और यही लोग सैकड़ों वर्षों से यहां की पूजा करते आ रहे हैं.
सावन मास में भगवान शिव को जल चढ़ाने और ब्रह्म कमल का फूल अर्पित करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण हो जाती हैं. आज सावन के पहले सोमवार को केदारनाथ धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई है. बारिश के बीच भी भक्त बाबा केदार के दर्शन कर रहे हैं. इस यात्रा सीजन में अब तक बाबा केदार के दरबार में 10 लाख 64 हजार भक्त दर्शन कर चुके हैं.
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