हैदराबाद: तेलंगाना राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) की तर्ज पर एक विशेष आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) काम करने के लिए तैयार है. 2,000 उच्च प्रशिक्षित कार्मिकों वाली इस नई इकाई का उद्देश्य बाढ़, भूकंप और बड़ी आग जैसी आपात स्थितियों के दौरान बचाव अभियान चलाना है. मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी आज टैंकबंड एनटीआर मार्ग पर औपचारिक रूप से SDRF का शुभारंभ करेंगे, जो राज्य की आपदा तैयारियों में एक महत्वपूर्ण कदम है.
बचाव कार्यों में अंतर को पाटना
वाहनों के पलट जाने या इमारतों के ढह जाने जैसी आपदाओं में, समय पर बचाव जीवन बचाने के लिए महत्वपूर्ण होता है. इस आवश्यकता को समझते हुए, तेलंगाना सरकार ने अग्निशमन विभाग को आधुनिक बनाने, अत्याधुनिक उपकरण खरीदने और आपदाओं से अधिक प्रभावी ढंग से निपटने के लिए कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए ₹35.03 करोड़ का निवेश किया है.
व्यापक प्रशिक्षण और उपकरण
एसडीआरएफ में तेलंगाना अग्निशमन विभाग के 1,000 कर्मी शामिल हैं, जिन्हें अरक्कोणम (तमिलनाडु), पुणे (महाराष्ट्र), वडोदरा (गुजरात), मुंडाली (ओडिशा) और आंध्र प्रदेश में एनडीआरएफ केंद्रों में प्रशिक्षित किया गया है. तेलंगाना विशेष पुलिस (टीजीएसपी) के 1,000 अन्य कर्मियों को भी शामिल किया गया है, जिससे एक मजबूत प्रतिक्रिया बल तैयार हुआ है.
इन संसाधनों को किया गया है शामिलः
- 20 वाहन (बसें, ट्रक और बोलेरो) और 40 बचाव नौकाएं.
- 67 प्रकार के उन्नत उपकरण, जिनमें जलरोधक जैकेट, एलईडी लाइट वाले हेलमेट और बाढ़ के पानी में ऑपरेशन के लिए फेस शील्ड शामिल हैं.
- लिफ्टिंग बैग (100 टन तक वजन उठाने में सक्षम) और फ्लोटिंग पंप (जो प्रति मिनट 2,000 लीटर पानी पंप कर सकते हैं) जैसे अभिनव उपकरण.
- तेलंगाना में सभी 137 अग्निशमन स्टेशन अब अत्याधुनिक बचाव उपकरणों और प्रशिक्षित कर्मियों से लैस टीजीएसडीआरएफ स्टेशनों के रूप में काम करेंगे.
आपदा प्रबंधन में एक नया युग
"यह नई प्रणाली बाढ़ और आग दुर्घटनाओं जैसी आपदाओं से प्रभावी ढंग से निपटने में मदद करेगी. टीजीएसपी कर्मियों को जोड़ने से अग्निशमन दल मजबूत होगा और त्वरित और कुशल आपदा प्रतिक्रिया सेवाएं सुनिश्चित होंगी. एसडीआरएफ की शुरुआत तेलंगाना के आपदा प्रबंधन प्रयासों में एक नए अध्याय का प्रतीक है, जो राज्य को संकट के समय अपने नागरिकों की बेहतर सुरक्षा करने के लिए सुसज्जित करता है." वाई. नागी रेड्डी, अग्नि सुरक्षा महानिदेशक, तेलंगाना