जोधपुर. नीट की परीक्षा के दौरान जोधपुर के बनाड़ थाना क्षेत्र स्थित केंद्रीय विद्यालय से एक छात्र की जगह परीक्षा देने आए डमी अभ्यर्थी को पुलिस ने गिरफ्तार किया. डमी अभ्यर्थी बाड़मेर मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर का छात्र है. उससे 20 लाख में सौदा हुआ था. एडवांस 1 लाख रुपए लिए थे. वहीं, बनाड़ थाना पुलिस ने आरोपी चेतन जाट को एमएम 5 न्यायालय में पेश किया, जहां पुलिस के आवेदन पर कोर्ट ने उसे दो दिन के रिमांड पर भेज दिया है.
एसीपी पीयूष कविया ने बताया कि केंद्रीय विद्यालय के केंद्र अधीक्षक ने रविवार रात को रिपोर्ट दी थी, जिसमें उन्होंने बताया था कि सांचौर के सिवाड़ा निवासी संजय विश्नोई की जगह बाड़मेर के सोडियार निवासी चेतन जाट परीक्षा देने आया था. केंद्र में सभी अभ्यर्थियों के बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन करवाए गए, जिसमें संजय का वेरिफिकेशन नहीं हुआ. इसकी सूचना NTA से मिलने के बाद चेतन को परीक्षा देने से रोका गया.
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मूल अभ्यर्थी हुआ फरार, रात भर ढूंढती रही पुलिस : उन्होंने बताया कि चेतन के गिरफ्तार किए जाने के बाद उससे पूछताछ के आधार पर पुलिस संजय को ढूंढने निकली, लेकिन उसे शक होने से वह फरार हो गया. उसका फोन भी बंद हो गया. फिलहाल उसका पता नहीं चला है. पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि बीस लाख रुपए में सौदा हुआ था. एक लाख एडवांस लिए थे. नीट में सलेक्शन के बाद बाकी की राशि लेनी थी.
बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन से पकड़े गए फर्जी अभ्यर्थी : नीट में पहली बार एनटीए ने बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन शुरू किया. इसकी जानकारी पहले बाहर नहीं आई थी. यही कारण था कि डमी अभ्यर्थियों ने अपने फर्जी आधार कार्ड तो तैयार कर सेंटर में प्रवेश भी कर लिया था, लेकिन बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन में मिलान नहीं होने से वो पकड़े गए.