नई दिल्ली : बीजेपी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नवनिर्वाचित सांसद शुक्रवार को नरेंद्र मोदी को अपना नेता चुनने के लिए बैठक करेंगे. जिससे उनके तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने का रास्ता साफ हो जाएगा. शपथ ग्रहण रविवार को होने की संभावना है.
सूत्रों के मुताबिक, संभवत: रविवार को उन्हें सप्ताहांत में शपथ दिलाई जाएगी. एनडीए के पास 293 सांसद हैं, जो 543 सदस्यीय लोकसभा में बहुमत के 272 के आंकड़े से काफी ऊपर है. केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने गुरुवार को दिनभर विचार-विमर्श किया. पार्टी ने सरकार गठन के प्रयासों को गति दी. जनता दल (यूनाइटेड) के एक वरिष्ठ नेता ने मांग की है कि उनकी पार्टी को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में सम्मानजनक प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए.
जदयू नेता और बिहार के ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने पटना में पीटीआई से कहा कि मंत्रिमंडल में जगह का मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और हमारी पार्टी के प्रमुख नीतीश कुमार जी तय करेंगे. लेकिन, यह सम्मानजनक होना चाहिए. जदयू के एक अन्य नेता ने मांग की कि उनकी पार्टी को तीन मंत्री पद मिलने चाहिए. भाजपा के एक अन्य सहयोगी और लोजपा (आर) के नेता चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी मोदी को बिना शर्त समर्थन दे रही है. माना जा रहा है कि उन्हें भी कैबिनेट में जगह मिलने की संभावना है.
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके नेतृत्व में ही एनडीए को बहुमत मिला है. शिवसेना के सूत्रों ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चाहते हैं कि उनके बेटे और तीन बार सांसद रह चुके श्रीकांत शिंदे के बजाय अन्य वरिष्ठ सांसदों को मंत्री पद के लिए चुना जाए. सूत्र ने कहा कि मुख्यमंत्री हमेशा से कहते रहे हैं कि राजा का बेटा जरूरी नहीं कि राजा ही बने और जो अच्छा काम करेगा, वही राजा बनेगा. सूत्र के अनुसार, एकनाथ शिंदे हमेशा से कहते रहे हैं कि पारिवारिक संबंधों से ज्यादा योग्यता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि एनडीए के सभी घटक दल शुक्रवार को राष्ट्रपति को मोदी को नए प्रधानमंत्री के रूप में अपना समर्थन पत्र सौंपेंगे. 'अग्निपथ' योजना की समीक्षा की जेडी(यू) की मांग के बारे में पूछे जाने पर पासवान ने बुधवार को एनडीए की बैठक में मोदी के इस कथन का हवाला दिया कि वह विभिन्न मुद्दों पर सहयोगियों के सुझावों के लिए खुले हैं.
युवा सांसद ने सीधे मुद्दे पर टिप्पणी किए बिना कहा कि वास्तव में उन्होंने हमें बोलने के लिए प्रोत्साहित किया. जेडी(यू) प्रवक्ता के सी त्यागी ने पहले संवाददाताओं से कहा कि (अल्पकालिक सेना भर्ती) अग्निपथ योजना को लेकर मतदाताओं में गुस्सा है. हमारी पार्टी चाहती है कि उन कमियों को दूर किया जाए.
भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के आवास पर बैठक की, जिसे सहयोगी दलों से उनके मंत्री पद के मुद्दे पर संपर्क करने और गठबंधन सरकार के लिए अपनी पार्टी के भीतर से संभावितों को चुनने की पार्टी की कवायद के रूप में देखा जा रहा है. गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में लगातार तीसरे कार्यकाल के लिए शपथ लेने की तैयारी कर रहे मोदी ने बुधवार को सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों की एक बैठक की अध्यक्षता की, जिन्होंने सर्वसम्मति से उन्हें अपना नेता चुना.
भाजपा के सहयोगी जनता दल (यूनाइटेड) के नेताओं ने भी पार्टी अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ विचार-विमर्श किया. क्षेत्रीय पार्टी बिहार में खोई जमीन को वापस पाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण मंत्री पद पाने की कोशिश कर रही है, जहां पिछले कुछ वर्षों में राजनीतिक ताकत के मामले में भाजपा और राजद से काफी पीछे रहने के बाद इसने अच्छा प्रदर्शन किया है.
12 सांसदों के साथ, जद (यू) तेलुगु देशम पार्टी के बाद भाजपा की दूसरी सबसे बड़ी सहयोगी है, जिसके 16 सांसद हैं. भाजपा के नेतृत्व वाली नई सरकार अस्तित्व के लिए इन दोनों पार्टियों पर निर्भर करेगी. भाजपा नेता मंत्री पद और अन्य मुद्दों पर सहयोगी दलों के संपर्क में हैं. नायडू चाहते हैं कि केंद्र आंध्र प्रदेश को अमरावती में अपनी राजधानी बनाने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करे. सूत्रों ने बताया कि वह यह भी चाहते हैं कि नई सरकार तेलंगाना के गठन के समय राज्य के प्रति केंद्र की प्रतिबद्धता को पूरा करने के लिए कदम उठाए.
ये भी पढ़ें
|