बीजापुर: नक्सलियों का शहीदी सप्ताह 28 जुलाई से 3 अगस्त तक चल रहा है. इस बीच बस्तर में फोर्स को बड़ी कामयाबी मिली है. नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई में लाल आतंक को शहीदी सप्ताह में ही मुंह की खानी पड़ी है. बीजापुर में शहीदी सप्ताह के दूसरे दिन ही एक साथ 14 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इनमें खूंखार महिला नक्सली नागी पोडियम भी शामिल है. उसके ऊपर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था.
बीजापुर में 14 माओवादियों का सरेंडर: बीजापुर पुलिस के सामने लाल आतंक को बाय बोलते हुए कुल 14 माओवादियों ने हथियार डाले हैं. नक्सलियों की खोखली विचारधारा से तंग आकर इन्होंने अब शांति का जीवन चुनने का फैसला किया. सोमवार को बीजापबुर एसपी कार्यालय में सुरक्षाबलों के सामने इन 14 नक्सलियों ने सरेंडर किया है. सभी नक्सली उसूर पामेड़ भैरमगढ़ और गंगालूर इलाके में सक्रिय थे. यह नक्सलियों की कई समितियों का हिस्सा थे.
"अमानवीय और खोखली माओवादी विचारधारा से निराशा जताते हुए इन नक्सलियों ने सरेंडर किया है. पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वरिष्ठ अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर इन्होंने समाज की मुख्य धारा में शामिल होने की मंशा जताई है. ये सभी उसूर पामेड़ भैरमगढ़ और गंगालूर में सक्रिय थे. एक लाख की इनामी महिला नक्सली नागी पोडियम ने भी सरेंडर किया है.": जितेंद्र यादव, एसपी, बीजापुर
नक्सली नागी पोडियम की कई मामलों में थी तलाश: नक्सली नागी पोडियम की सुरक्षाबलों को कई मामलों में तलाश थी. यह कई हत्यायों में शामिल रही है. इसके अलावा नागी पोडियम पर पुलिस दलों पर गोलीबारी करने और सड़कों को नुकसान पहुंचाने का आरोप है.
सरेंडर करने वाले नक्सलियों को मिलेंगे कई फायदे: बीजापुर एसपी ने बताया कि सरेंडर करने वाले नक्सलियों को राज्य सरकार की आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के अनुसार सुविधाएं प्रदान की जाएगी. अब तक बीजापुर में कुल 137 नक्सलियों ने खून खराबे का रास्ता छोड़ा है. बीजापुर पुलिस ने इस साल अब तक कुल 306 नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.