नासिक: आयकर विभाग ने शहर के एक बड़े सर्राफा कारोबारी के घर समेत अन्य ठिकानों पर छापेमारी की. सर्राफा कारोबारी का ज्वैलरी और रियल एस्टेट का कारोबार भी है. आयकर विभाग की 30 घंटे की लगातार जांच के दौरान करीब 26 करोड़ रुपये नकद और 90 करोड़ रुपये की बेहिसाब संपत्ति के दस्तावेज मिले हैं.
इनकम टैक्स चोरी के शक में 23 मई की शाम आईटी टीम ने अचानक उसी सुराणा ज्वैलर्स के अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी की. इससे शहर के सराफा कारोबारी दहशत में हैं. आयकर जांच विभाग के महानिदेशक सतीश शर्मा की देखरेख में टीम ने नासिक में छापेमारी की गई. 23 मई (गुरुवार शाम) को 50 से 55 अधिकारियों ने अचानक सुराणा ज्वैलर्स के सर्राफा कारोबार के साथ-साथ उनके रियल एस्टेट व्यवसाय कार्यालय पर छापेमारी शुरू की. साथ ही राका कॉलोनी इलाके में उनके आलीशान बंगले पर भी अलग से जांच की.
इस दौरान सर्राफा कारोबारी के कार्यालय, निजी लॉकर, शहर के विभिन्न स्थानों पर बैंकों के लॉकर की जांच की गई. मनमाड और नंदगांव में उनके परिवार के सदस्यों के घरों की भी जांच की गई. यात्री बैग, कपड़े के बैग, ट्रॉली बैग में भरी नकदी को गिनती के लिए सात कारों से सीबीएस के पास स्टेट बैंक कार्यालय में लाया गया. शनिवार को स्टेट बैंक में छुट्टी थी फिर भी इस दिन भी बैंक के मुख्यालय में कैश की गिनती की गई.
सुबह सात बजे से कैश की गिनती शुरू हुई. पूरा कैश गिनने में करीब 14 घंटे लग गए. शनिवार रात 12 बजे नोटों की गिनती पूरी होने के बाद वरिष्ठ जांच अधिकारियों ने नकदी जब्त कर ली. आयकर विभाग की शुरुआती छापेमारी में दफ्तरों और निजी लॉकरों में थोड़ी मात्रा में नकदी मिली थी लेकिन और पैसों की तलाश जारी थी. वहीं, रिश्तेदार के आलीशान बंगले की जांच की गई, लेकिन यहां लॉकर में कोई पैसा नहीं मिला. जब अधिकारियों को शक हुआ तो उन्होंने फर्नीचर खटखटाकर देखा. फिर फर्नीचर का प्लाइवुड हटाया गया तो इसके अंदर देखकर इनकम टैक्स अधिकारियों की नजरें भी चकरा गई. इसके अंदर सजाकर भारी मात्रा में नकदी रखी गयी थी.