जोधपुर. नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने कार्रवाई करते हुए 850 किलो गांजा जब्त किया है. इसकी कीमत 4 करोड़ 30 लाख रुपए बताई जा रही है. इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जबकि एक व्यक्ति मौके से भाग गया. एनसीबी के जोनल डायरेक्टर घनश्याम सोनी ने बताया कि हमें इस बात इनपुट मिला था कि जोधपुर के हुक्का बार और उच्च शिक्षण संस्थानों के आस-पास गांजे की भारी मात्रा में खपत हो रही है. इसके कई तथ्य भी मिले हैं. सोनी ने बताया कि मारवाड़ में गांजे का उपयोग बहुत कम होता है, लेकिन इस इनपुट के बाद हमने ऑपरेशन शंकर के तहत कार्रवाई शुरू की. कुछ दिनों पहले जयपुर में 35 किलो गांजा पकड़ा गया था. गिरफ्तार व्यक्ति ने बताया था कि जोधपुर में बड़ी खेप आने वाली है. गौरा होटल के पास एक गाड़ी में नशे की बड़ी खेप की डिलीवरी दी जा रही थी. टीम के पहुंचने पर सप्लायर भाग गया, जबकि डिलीवरी लेने वाले अनिल विश्नोई को पकड़ लिया गया.
उड़ीसा से आया गांजा, रास्ते में बदले वाहन : सोनी ने बताया कि टीम को जानकारी मिली थी कि उड़ीसा और आंध्रप्रदेश की सीमा पर स्थित सिलेरु कस्बे से गांजा आता है. यह नशे की बड़ी खेप भी वहींं से आई थी. जोधपुर पहुंचने तक चकमा देने के लिए रास्ते में कई जगह पर वाहन बदले भी गए. एनसीबी अब इस मामले में पकड़े गए आरोपियों से पूरी सप्लाई चेन का पता लगाने का प्रयास कर रही है.
दो जगह हुई डिलीवरी, घर से भी किया बरामद : एनसीबी के जोनल डायरेक्टर ने बताया कि हमें सुबह 7:30 बजे सूचना मिली थी, जिसके बाद हमारी टीम ने कार्रवाई शुरू की. गौरा होटल के पास फिटकास में जाने वाले रास्ते पर एक पिकअप में डिलीवरी हो रही थी. यहां से एनसीबी ने अनिल बिश्नोई निवासी विश्नोई की ढाणी को पकड़ा है. गाड़ी में गांजे के 71 पैकेट मिले. उसने बताया कि कुछ देर पहले ही भागीरथ बिश्रोई के यहां उसने डिलीवरी दी है. इस पर एनसीबी की टीम स्थानीय पुलिस का सहयोग लेकर भागीरथ के घर पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला. एनसीबी ने उसके घर से गांजे के 99 पैकेट बरामद किए हैं. दोनों जगह से कुल 850 kg गांजा बरामद हुआ है.
संस्थानों के जिम्मेदारों से भी साधा संपर्क : एनसीबी के डायरेक्टर ने बताया कि इस कार्रवाई से पहले ही हमें शिक्षण संस्थानों में गांजे के उपयोग की जानकारी मिली थी. इसके बाद संस्थानों के प्रभारी जिम्मेदारों के साथ जानकारी साझा भी की गई. एनसीबी की टीम ने भी संस्थाओं के आस-पास से साक्ष्य जुटाए हैं, जहां से छात्र नशा खरीद रहे हैं.