नारायणपुर: जिले के ओरछा थाना अंतर्गत नक्सलियों ने एक युवक की हत्या कर दी और शव सड़क पर फेंक दिया. नक्सलियों ने शव के पास पर्चे भी फेंके हैं जिनमें युवक को परसबेड़ा कोड़तामरका कुतुल मुठभेड़ का जिम्मेदार बताया है.
नक्सलियों ने की युवक की हत्या: मारे गए युवक का नाम सन्नू उसेंडी है. 30 साल का सन्नू उसेंडी कोहकमेटा थाना क्षेत्र के नेलंगुर गांव का रहने वाला है. जो वर्तमान में वर्तमान में बांस शिल्प कॉलोनी नारायणपुर में रहता था. बीते दिनों अपने गांव नेलंगुर गया हुआ था. नक्सलियों को जब उसके गांव आने की सूचना मिली तो माओवादियों ने सन्नू उसेंडी को गांव से उठा लिया. इसके बाद रविवार 30 जून को उसकी हत्या करने के बाद ओरछा के बटुमपारा चौक में फेंककर चले गए. शव के पास नक्सलियों ने पर्चे पेंके. पर्चों में नक्सलियों ने युवक को मुखबिरी का आरोप लगाते हुए मौत की सजा देने की बात लिखी.
नारायणपुर में जारी रहेगी सर्चिंग: इस घटना के बाद नारायणपुर पुलिस के जवान घटना स्थल पर पहुंचे. शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल रवाना किया गया. इलाके में सर्चिंग अभियान जारी रखने की बात कही.
14 जून को चार जिलों की फोर्स ने किया ज्वाइंट ऑपरेशन: 14 जून को नारायणपुर, कांकेर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव से फोर्स की टीम ने संयुक्त ऑपरेशन चलाया. इसमें स्थानीय पुलिस टीम के साथ डीआरजी, एसटीएफ, आईटीबीपी, बीएसएफ और एसटीएफ शामिल रहे. सभी जवान कुतुल, फरसेबेड़ा और कोड़तामेटा के जंगलों में पहुंचे. जब सुरक्षाबल के जवान घेराबंदी कर रहे थे तभी नक्सलियों की ओर से गोलीबारी शुरू हो गई. यह फायरिंग काफी देर तक रुक रुक कर चलती रही. 15 जून को भीषण मुठभेड़ हुई. एनकाउंटर के बाद इलाके से 8 नक्सलियों के शव बरामद किए गए. इसके साथ ही एक इंसास राइफल, एक .303 राइफल, एक बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) और अन्य हथियार भी जब्त किए गए थे. इस ऑपरेशन में एसटीएफ का एक जवान भी शहीद हुआ. 2 जवान घायल हुए. इसी मुठभेड़ में पुलिस मुखबिर का आरोप लगाकर माओवादियों ने युवक की हत्या की वारदात को अंजाम दिया.