नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर पर नमो भारत फिलहाल 42 किलोमीटर क्षेत्र पर फर्राटा रही है. साहिबाबाद आरटीएस स्टेशन से मेरठ के मेरठ साउथ तक नमो भारत का संचालन हो रहा है. इस सेक्शन पर कुल 9 स्टेशन हैं. नए साल पर नमो भारत का दिल्ली तक संचालन शुरू होने की संभावना है. फिलहाल साहिबाबाद से न्यू अशोक नगर RRTS स्टेशन तक नमो भारत का ट्रायल रन जारी है. नए साल में नमो भारत यूपी से दिल्ली में प्रवेश करेगी. यूपी से दिल्ली में प्रवेश होते ही पहला RRTS स्टेशन आनंद विहार स्टेशन होगा, जो बनकर तैयार है.
आनंद विहार RRTS स्टेशन के बाहरी हिस्से पर ग्रे रंग के आधुनिक पैनलों का इस्तेमाल किया गया है. वहीं, स्टेशन के भीतरी हिस्से कॉनकोर्स और प्लेटफार्म लेवल पर चमकदार पैनल लगाए गए हैं. स्टेशन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि कांकर्स लेवल पर प्राकृतिक रोशनी मौजूद रहे. अंदर स्टेशनों की तुलना में दिल्ली का आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन काफी बड़ा है. दरअसल, आनंद विहार दिल्ली-एनसीआर का एक बड़ा हब है, जहां से बड़ी संख्या में लोग ट्रेन, बस आदि के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए यात्रा करते हैं.
आनंद विहार RRTS स्टेशन को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है. विभिन्न परिवहन साधनों के साथ इंटीग्रेट किया गया है. दो मेट्रो लाइनों, एक रेलवे स्टेशन और दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कौशांबी में स्थित दो अंतर-राज्यीय बस टर्मिनलों (आईएसबीटी) के पास होने के कारण, आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन व्यस्त ट्रांजिट हब होगा.
दिल्ली गाजियाबाद मेरठ कॉरिडोर पर चार अंडरग्राउंड स्टेशन: दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर पर कुल चार अंडरग्राउंड स्टेशन है. दिल्ली में आनंद विहार और मेरठ में मेरठ सेंट्रल, भैंसाली और बेगमपुल स्टेशन अंडरग्राउंड है. अंडरग्राउंड स्टेशन जमीन से 8 से 23 मीटर की गहराई पर बनाए गए हैं. भूमिगत स्टेशनों में एलिवेटेड स्टेशनों की तुलना में सीमित वायु प्रवाह होता है. इन स्टेशनों में हवा की गुणवत्ता बेहतर बनाए रखने के लिए एनवायरनमेंट कंट्रोल सिस्टम (ईसीएस) स्थापित किया गया है.
दिल्ली में आनंद विहार RRTS स्टेशन की गहराई महज़ 8 मीटर होने की वजह से एनसीआरटीसी ने ईसीएस पंखों को स्थापित करने के लिए कॉनकोर्स और प्लेटफॉर्म दोनों हिस्सों का उपयोग किया है, जबकि आमतौर पर ये पंखे स्टेशन के एक ही लेवल पर लगाए जाते हैं. इस स्टेशन में इन पंखों को पारंपरिक समानांतर ढंग से स्थापित करने के बजाए एक दूसरे के लंबवत स्थापित किया गया है. यह एनसीआरटीसी द्वारा किया गया एक अनूठा प्रयास है, जिसके जरिए यहां जगह की कमी की चुनौती का समाधान किया गया है.
नौ एलिवेटेड स्टेशनों पर नमो भारत का संचालन जारी: वर्तमान में, भारत के पहले दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के नौ एलिवेटेड स्टेशनों पर नमो भारत ट्रेनों का संचालन जारी है, जिनमें साहिबाबाद, गाजियाबाद, गुलधर, दुहाई, दुहाई डिपो, मुराद नगर, मोदी नगर साउथ, मोदी नगर नॉर्थ और मेरठ साउथ स्टेशन शामिल हैं. इस संचालित सेक्शन की लंबाई 42 किलोमीटर है. न्यू अशोक नगर से साहिबाबाद सेक्शन चालू हो जाने के बाद, कॉरिडोर की कुल परिचालन लंबाई बढ़कर 54 किलोमीटर हो जाएगी. दिल्ली से मेरठ तक सम्पूर्ण आरआरटीएस कॉरिडोर जून 2025 तक संचालित करने का लक्ष्य है.
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