कोप्पल (कर्नाटक): ऐसी कुछ घटनाएं वक्त-वक्त पर यह साबित करती रहती हैं कि मानवता धर्म-जाति और संप्रदाय से परे है. इसका एक ताजा उदाहरण कोप्पल जिले के गंगावती में देखने को मिला. जहां एक मुस्लिम युवक ने एक बीमार पुजारी के लिए रक्तदान कर मानवता और दयालुता का मिसाल पेश किया.
दरअसल, चिक्कारामपुर में विश्व प्रसिद्ध अंजनाद्री मंदिर के एक पुजारी श्रीनिवास पिछले कुछ दिनों से बीमार है. उनका इलाज तालुक के श्री रामनगर के सरकारी अस्पताल में किया जा रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक, मंदिर के पुजारी श्रीनिवास खून की कमी से जूझ रहे हैं. उन्हें खून उपलब्ध कराने के लिए गंगावती रक्तदानी नामक एक व्हाट्सएप ग्रुप में लोगों से अपील की गई.
उस अपील के बाद, गंगावती शहर में रहने वाले एक निजी स्कूल के शिक्षक मैनुद्दीन कुरनूल नाम के शख्स ने पुजारी के लिए अपना रक्तदान कर लोगों के बीच एक बड़ा संदेश दिया. युवक मैनुद्दीन ने स्थानीय अंजनाद्री ब्लड बैंक में अपना रक्तदान किया और इसे एक दोस्त के माध्यम से पुजारी श्रीनिवास तक पहुंचाया. पुजारी श्रीनिवास की हालत में पहले थोड़ा सुधार हुआ है.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए आरएसएस के स्थानीय नेता सैयद अली ने कहा कि मानवता हर चीज से परे है. संकट में फंसे दूसरे इंसान की मदद करना ही सबसे बड़ा धर्म है. उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्य समाज के लिए उदाहरण हैं.
अंजनाद्रि मंदिर प्रबंधक ने कहा: अंजनाद्रि मंदिर के प्रबंधक वेंकटेश सनापुरा ने इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अर्चक श्रीनिवास का कोई करीबी रिश्तेदार नहीं है. इसलिए हम उनका ख्याल रखते हैं. एक युवक ने उन्हें रक्तदान किया है, जिसका हम स्वागत करते हैं. ऐसे कार्य समाज के लिए आदर्श हैं.
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