मुंबई: बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन परियोजना का काम तेजी से चल रहा है. इसी क्रम में बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स स्टेशन का निर्माण कार्य शुरू किया गया है. चौंकाने वाली खबर ये है कि इसका निर्माण कार्य जमीन से 10 मंजिल नीचे शुरू किया गया. इस परियोजना में लगे भारत सरकार के उपक्रम नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने सोशल मीडिया एक्स पर इसकी जानकारी दी है. इसके अनुसार बांद्रा कुर्ला काम्प्लेक्स स्टेशन निर्माण के लिए पहला कंक्रीट स्लैब डाला गया. यह जमीन से 32 मीटर की गहराई में शुरू किया गया है.
बीकेसी स्टेशन के लिए 69 स्लैब बनाए जाएंगे
यह स्लैब साढ़े तीन मीटर गहरा और 30 मीटर चौड़ा है. इस स्टेशन को बनाने के लिए 69 स्लैब बनाए जाएंगे जिसमें यह पहला है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार साल 2026 तक बुलेट ट्रेन फर्राटा भरने लगेगा. इसकी स्पीड 320 किलोमीटर प्रति घंटा होने का दावा किया गया है.
Witness the remarkable progress of the Mumbai Underground Bullet Train Station—a marvel in the making. pic.twitter.com/p8uOqLTj2w
— NHSRCL (@nhsrcl) December 5, 2024
जमीन से 32 मीटर की गहराई में डाला गया कंक्रीट बेस
बुधवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुंबई में बहुप्रतीक्षित बुलेट ट्रेन स्टेशन का पहला कंक्रीट बेस स्लैब तैयार होने के साथ ही स्टेशन आकार लेने लगा है. नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने कहा कि मुंबई बुलेट ट्रेन स्टेशन जमीन से लगभग 32 मीटर की गहराई पर होगा, जो 10 मंजिला इमारत के बराबर है.
स्टेशन का निर्माण नीचे से ऊपर की ओर विधि से किया जा रहा है अर्थात खुदाई का काम जमीनी स्तर से शुरू हो गया है. इसी के साथ कंक्रीट का काम नींव से शुरू हो गया है. पहला कंक्रीट बेस स्लैब पिछले सप्ताह डाला गया था. इसकी जिसकी लंबाई लगभग 30 मीटर और चौड़ाई 20 मीटर है.
Witness the progress of construction at the Mumbai underground station for the Bullet Train project, where the first slab casting has been successfully completed at a depth of 32 meters below ground level on 30th November 2024 pic.twitter.com/CKgPRFy0Jp
— NHSRCL (@nhsrcl) December 4, 2024
एनएचएसआरसीएल ने कहा, 'यह स्टेशन के लिए डाली गई 69 स्लैब में से पहली है. ये बुलेट ट्रेन स्टेशन के लिए सबसे गहरी निर्माण परत बनाएगी. स्लैब के लिए 681 मीट्रिक टन उच्च ग्रेड स्टील और 6,200 रिबार कपलर का उपयोग किया गया. इसके अलावा, 2,254 क्यूबिक मीटर एम60 ग्रेड कंक्रीट और 4,283 मीट्रिक टन एग्रीगेट का उपयोग किया गया. एनएचएसआरसीएल ने कहा कि चूंकि स्टेशन भूमिगत है. इसलिए स्लैब डालने से पहले पर्याप्त जलरोधी उपाय सुनिश्चित कर लिए गए हैं.
बुलेट ट्रेन स्टेशन बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स में स्थित है और यह मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल (एमएएचएसआर) कॉरिडोर पर एकमात्र भूमिगत स्टेशन है. प्लेटफॉर्म को जमीन से करीब 24 मीटर की गहराई पर बनाने की योजना है. इसमें तीन मंजिलें होगी. प्लेटफॉर्म, कॉनकोर्स और सर्विस फ्लोर. इन कार्य के लिए जमीन से 32 मीटर की गहराई तक खुदाई की जा रही है.
बीकेसी स्टेशन पर छह प्लेटफॉर्म होंगे
स्टेशन पर छह प्लेटफॉर्म होंगे और प्रत्येक प्लेटफॉर्म की लंबाई लगभग 415 मीटर होगी. ये 16 कोच वाली बुलेट ट्रेन के लिए पर्याप्त है. स्टेशन मेट्रो और सड़क से जुड़ा होगा. स्टेशन आने- जाने के लिए दो प्रवेश और निकास बिंदुओं की योजना बनाई गई है. इसमें एक मेट्रो लाइन 2बी के नजदीकी मेट्रो स्टेशन तक पहुंच की सुविधा के लिए और दूसरा एमटीएनएल बिल्डिंग की ओर शामिल है.
स्टेशन की योजना इस तरह बनाई गई है कि यात्रियों की आवाजाही और सुविधाओं के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध हो. स्टेशन पर प्राकृतिक रोशनी के लिए एक समर्पित रोशनदान का प्रावधान किया गया है.