गाजीपुरः मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के जनाजे के साथ बड़ी संख्या में समर्थक कब्रिस्तान पहुंच गए. नमाज-ए-जनाजा के बाद शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. मुख्तार अंसारी के शव को माता-पिता के कब्रों के बगल में दफनाया गया है. जनाजे में शामिल भारी भीड़ अब घरों को लौट रही है. बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी तैनात हैं. वहीं, बस्ती के सपा विधायक ने मुख्तार अंसारी को रॉबिन हुड और गरीबों का मसीहा कहा. वहीं, बांदा की जिला जेल में मुख्तार की मौत की जांच करने के लिए डीएम, एसपी समेत आला अधिकारी पहुंचे. इन अधकारियों ने यहां छानबीन की.
बता दें कि बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को गुरुवार शाम हार्ट अटैक पड़ा था. जिसके बाद उसे बांदा मेडिकल कॉलेज के ICU में भर्ती कराया गया. रात करीब 10.30 बजे डॉक्टरों ने मुख्तार को मृत घोषित कर दिया था. इसके साथ ही डीजीपी प्रशांत कुमार ने पूर्वांचल के गाजीपुर, मऊ समेत कई जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया. DG जेल SN Sabat के मुताबिक माफिया मुख्तार अंसारी रोजा रखता था और आज रोजा रखने के बाद ही उसकी तबीयत खराब हुई है. वहीं, शुक्रवार को मुख्तार के शव का पोस्टमार्टम बांदा के मेडिकल कॉलेज में किया गया था. इसके बाद शव लेकर एबुलेंस गाजीपुर के लिए शाम करीब पांच बजे रवाना हुई थी. रात करीब 1.30 बजे एंबुलेंस मुख्तार का शव लेकर उसके गाजीपुर स्थित आवास पहुंच गई. इस दौरान उसके आवास पर लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी. बड़े भाई सिबगतुल्लाह और अफजाल अंसारी भी मौजूद थे. सुबह करीब 10.30 बजे मुख्तार का जनाजा घर से रवाना हुआ था. करीब 11 बजे मुख्तार के शव को कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया. जनाजे में शामिल भीड़ घरों को लौट गई.
वहीं, कासगंज जेल में 14 फरवरी 2023 से बंद मुख्तार अंसारी का बड़ा बेटा अब्बास अंसारी पिता की मौत की सूचना पर फूट-फूटकर रोया. पिता के सुपुर्द-ए-खाक में शामिल होने के लिए कोर्ट में उसकी पैरोल अर्जी दाखिल नहीं हो सकी है.
अफजाल अंसारी की डीएम से नोकझोंक
मुख्तार अंसारी के सुपुर्द-ए-खाक के दौरान अफजाल अंसारी की डीएम हरिका अघोरी से नोकझोंक हो गई. दरअसल, भारी भीड़ के चलते अफजाल अंसारी से डीएम ने कहा कि 144 धारा लागू है और इसका पालन करना होगा. जनाजे में शामिल होने के लिए अन्य जनपदों से भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचे थे. इसी दौरान डीएम और अफजाल अंसारी की नोकझोंक का वीडियो वायरल हो गया.
सपा और बसपा के नेता नदारद
मुख्तार अंसारी कई वर्षों तक सपा और बसपा में शामिल रहा था. इसके बावजूद मुख्तार के सुपुर्द-ए-खाक में सपा या फिर बसपा का कोई भी नेता न पहुंचना चर्चा का विषय बना रहा. यहीं नहीं मुख्तार का बेटा अब्बास अंसारी सुभासपा से विधायक है. सुभासपा का भी कोई बड़ा नेता इस दौरान नजर नहीं आया. इसे लेकर चर्चा होती रही.
सपा विधायक बोले, मुख्तार रॉबिनहुड और गरीबों का मसीहा था
बस्ती में सपा विधायक और जिला अध्यक्ष महेंद्र नाथ यादव ने मुख्तार अंसारी को गरीबों का मसीहा और रॉबिनहुड कहा है. साथ ही मीडिया पर निशाना साधते हुए कहा कि ऐसे लोगों को माफिया मीडिया कहती है. सपा विधायक ने मुख्तार अंसारी को रॉबिनहुड की संज्ञा देते हुए कहा कि शख्स लोगो की मदद करता था वो कैसे माफिया हो सकता है. साथ ही उन्होंने सीएम योगी और डिप्टी सीएम पर निशाना साधा.
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