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मनचलों ने 108 इमरजेंसी को बनाया टाइम पास, फर्जी कॉल कर आर्डर करते हैं शराब और खाना - MP FAKE CALLS IN 108 AMBULANCE

सरकार ने लोगों की मदद के लिए एंबुलेंस और डायल-100 जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई है, लेकिन कई मनचलें इन इमरजेंसी सुविधाओं को भी टाइम पास बनाने से बाज नहीं आते. पढ़िए भोपाल से बृजेंद्र पटेरिया की खास रिपोर्ट.

MP FAKE CALLS IN 108 AMBULANCE
मनचलों ने 108 इमरजेंसी सेवा को बनाया टाइम पास (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 5, 2024, 8:34 PM IST

Updated : Dec 5, 2024, 9:03 PM IST

भोपाल: घायलों और जरूरतमंदों को जल्द से जल्द हॉस्पिटल पहुंचाने में मददगार 108 एम्बुलेंस सेवा मनचलों और शरारती तत्वों से परेशान है. प्रदेश की 108 कॉल सेंटर पर हर मिनट 50 से ज्यादा कॉल मनचलों और शरारती तत्वों के पहुंच रहे हैं. यह शरारती तत्व फोन उठाते ही गालियां देते हैं, तो कई बार शराब तक भिजवाने की डिमांड करते हैं. हद तो तब हो जाती है, जब एक ही नंबर से दर्जनों बार कॉल किए जाते हैं. अब ऐसे नंबरों की सूची बनाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.

छह माह में 7.50 लाख कॉल आए फर्जी

सड़क दुर्घटना जैसी मेडिकल इमरजेंसी होने पर लोग सबसे पहले 108 एम्बुलेंस को ही कॉल लगाते हैं, ताकि पेशेंट को जल्द से जल्द इलाज मिल सके, लेकिन जरूरमदों के अलावा बड़ी संख्या में मनचले और शरारती तत्व कॉल सेंटर पर कॉल कर मदद में बाधा बन रहे हैं. हालात यह है कि कॉल सेंटर पर हर मिनट करीब 766 कॉल पहुंचते हैं, इनमें से 50 से ज्यादा फर्जी होते हैं. यह शरारती तत्व कॉल कर कभी शराब भिजवाने की मांग करते हैं, तो कभी खाना. यही नहीं कई बार कॉल रिसीव होने पर यह गालियां देना शुरू कर देते हैं. महिला स्टॉफ होने पर यह उनसे बदसलूकी करने से भी बाज नहीं आते. कॉल सेंटर में सबसे ज्यादा फर्जी कॉल सुबह की शिफ्ट में आते हैं, क्योंकि सुबह की शिफ्ट में महिला स्टॉफ ज्यादा होती है.

108 इमरजेंसी सेवा को बनाया टाइम पास (ETV Bharat)

हर मिनट पहुंच रहे इतने फेक कॉल

108 एंबुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरूण सिंह परिहार ने बताया कि "पिछले छह माह में 7 लाख 50 हजार से ज्यादा फर्जी कॉल आ चुके हैं. कॉल सेंटर में फर्जी कॉल आने वालों की संख्या बढ़ी है. कॉल सेंटर में करीबन साढे़ 9 फीसदी फर्जी कॉल आ रहे हैं.

  1. अक्टूबर माह में कॉल सेंटर पर कुल 12 लाख 89 हजार लाख कॉल आए, लेकिन इनमें से 1 लाख 2 हजार कॉल फर्जी थे.
  2. सितंबर माह में 13 लाख मददगारों ने कॉल कर एम्बुलेंस की मदद मांगी, लेकिन इनमें से 1 लाख 32 हजार ऐसे भी थे. जिन्होंने सिर्फ परेशान करने के लिए कॉल किया.
  3. अगस्त माह में 13 लाख 05 हजार कॉल 108 में मदद मांगने के लिए पहुंचे, लेकिन इनमें से 1 लाख 5 हजार कॉल शरारती तत्व के थे.
  4. जुलाई माह में 14 लाख 93 हजार कॉल 108 एम्बुलेंस सेवा के लिए पहुंचे, लेकिन इनमें से 1 लाख 29 हजार कॉल फर्जी थे.
  5. जून माह में भी 14 लाख 72 हजार कॉल मदद मांगने के लिए पहुंचे थे, लेकिन 1 लाख 45 हजार कॉल फर्जी थे.
  6. मई माह में भी 14 लाख 9 हजार कॉल लोगों ने लगाए थे, लेकिन इनमें से 1 लाख 35 हजार कॉल फर्जी थे.

एक नंबर से 10 हजार से ज्यादा कॉल

कॉल सेंटर प्रबंधन के मुताबिक कई बार एक नंबर से एक या दो बार फर्जी कॉल आते हैं, लेकिन कई बार एक ही नंबर से सैकड़ों बार कॉल किए जाते हैं. 108 एम्बुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरूण सिंह परिहार बताते हैं कि "ऐसे नंबरों की पहचान की जा रही है. जिनसे बार-बार कॉल आते हैं. कुछ नंबर तो ऐसे हैं जिनसे 8 से 10 हजार बार कॉल किया जा चुका है. हालांकि बार-बार कॉल आने पर 24 घंटे के लिए कॉल को ब्लॉक किया जाता है, लेकिन बार में इन्हें अनब्लॉक कर दिया जाता है, क्योंकि किसी भी नंबर को परमानेंट ब्लॉक नहीं किया जाता, क्योंकि हो सकता है कि कॉल एम्बुलेंस इमरजेंसी के लिए हो."

भोपाल: घायलों और जरूरतमंदों को जल्द से जल्द हॉस्पिटल पहुंचाने में मददगार 108 एम्बुलेंस सेवा मनचलों और शरारती तत्वों से परेशान है. प्रदेश की 108 कॉल सेंटर पर हर मिनट 50 से ज्यादा कॉल मनचलों और शरारती तत्वों के पहुंच रहे हैं. यह शरारती तत्व फोन उठाते ही गालियां देते हैं, तो कई बार शराब तक भिजवाने की डिमांड करते हैं. हद तो तब हो जाती है, जब एक ही नंबर से दर्जनों बार कॉल किए जाते हैं. अब ऐसे नंबरों की सूची बनाकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी की जा रही है.

छह माह में 7.50 लाख कॉल आए फर्जी

सड़क दुर्घटना जैसी मेडिकल इमरजेंसी होने पर लोग सबसे पहले 108 एम्बुलेंस को ही कॉल लगाते हैं, ताकि पेशेंट को जल्द से जल्द इलाज मिल सके, लेकिन जरूरमदों के अलावा बड़ी संख्या में मनचले और शरारती तत्व कॉल सेंटर पर कॉल कर मदद में बाधा बन रहे हैं. हालात यह है कि कॉल सेंटर पर हर मिनट करीब 766 कॉल पहुंचते हैं, इनमें से 50 से ज्यादा फर्जी होते हैं. यह शरारती तत्व कॉल कर कभी शराब भिजवाने की मांग करते हैं, तो कभी खाना. यही नहीं कई बार कॉल रिसीव होने पर यह गालियां देना शुरू कर देते हैं. महिला स्टॉफ होने पर यह उनसे बदसलूकी करने से भी बाज नहीं आते. कॉल सेंटर में सबसे ज्यादा फर्जी कॉल सुबह की शिफ्ट में आते हैं, क्योंकि सुबह की शिफ्ट में महिला स्टॉफ ज्यादा होती है.

108 इमरजेंसी सेवा को बनाया टाइम पास (ETV Bharat)

हर मिनट पहुंच रहे इतने फेक कॉल

108 एंबुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरूण सिंह परिहार ने बताया कि "पिछले छह माह में 7 लाख 50 हजार से ज्यादा फर्जी कॉल आ चुके हैं. कॉल सेंटर में फर्जी कॉल आने वालों की संख्या बढ़ी है. कॉल सेंटर में करीबन साढे़ 9 फीसदी फर्जी कॉल आ रहे हैं.

  1. अक्टूबर माह में कॉल सेंटर पर कुल 12 लाख 89 हजार लाख कॉल आए, लेकिन इनमें से 1 लाख 2 हजार कॉल फर्जी थे.
  2. सितंबर माह में 13 लाख मददगारों ने कॉल कर एम्बुलेंस की मदद मांगी, लेकिन इनमें से 1 लाख 32 हजार ऐसे भी थे. जिन्होंने सिर्फ परेशान करने के लिए कॉल किया.
  3. अगस्त माह में 13 लाख 05 हजार कॉल 108 में मदद मांगने के लिए पहुंचे, लेकिन इनमें से 1 लाख 5 हजार कॉल शरारती तत्व के थे.
  4. जुलाई माह में 14 लाख 93 हजार कॉल 108 एम्बुलेंस सेवा के लिए पहुंचे, लेकिन इनमें से 1 लाख 29 हजार कॉल फर्जी थे.
  5. जून माह में भी 14 लाख 72 हजार कॉल मदद मांगने के लिए पहुंचे थे, लेकिन 1 लाख 45 हजार कॉल फर्जी थे.
  6. मई माह में भी 14 लाख 9 हजार कॉल लोगों ने लगाए थे, लेकिन इनमें से 1 लाख 35 हजार कॉल फर्जी थे.

एक नंबर से 10 हजार से ज्यादा कॉल

कॉल सेंटर प्रबंधन के मुताबिक कई बार एक नंबर से एक या दो बार फर्जी कॉल आते हैं, लेकिन कई बार एक ही नंबर से सैकड़ों बार कॉल किए जाते हैं. 108 एम्बुलेंस सेवा के सीनियर मैनेजर तरूण सिंह परिहार बताते हैं कि "ऐसे नंबरों की पहचान की जा रही है. जिनसे बार-बार कॉल आते हैं. कुछ नंबर तो ऐसे हैं जिनसे 8 से 10 हजार बार कॉल किया जा चुका है. हालांकि बार-बार कॉल आने पर 24 घंटे के लिए कॉल को ब्लॉक किया जाता है, लेकिन बार में इन्हें अनब्लॉक कर दिया जाता है, क्योंकि किसी भी नंबर को परमानेंट ब्लॉक नहीं किया जाता, क्योंकि हो सकता है कि कॉल एम्बुलेंस इमरजेंसी के लिए हो."

Last Updated : Dec 5, 2024, 9:03 PM IST
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