नई दिल्ली: बांग्लादेश में हिंसा शुरू होने के बाद से 4500 से अधिक भारतीय छात्र वतन वापस आ चुके हैं. ढाका में भारतीय उच्चायोग अपने नागरिकों की सीमा पार करने वाले स्थानों तक सुरक्षित यात्रा के लिए सुरक्षा की व्यवस्था कर रहा है. विदेश मंत्रालय ने रविवार को बताया कि नेपाल के 500, भूटान के 38 और मालदीव के एक छात्र भी भारत पहुंचे हैं.
भारतीय उच्चायोग के अधिकारी बांग्लादेश में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के लिए स्थानीय अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में हैं. विदेश मंत्रालय ने कहा कि वे बांग्लादेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों में बाकी छात्रों और भारतीय नागरिकों की सहायता के लिए उनसे नियमित संपर्क में हैं.
विदेश मंत्रालय ने कहा कि ढाका में भारतीय उच्चायोग और बांग्लादेश में भारतीय सहायक उच्चायोग इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबरों के जरिये भारतीय नागरिकों द्वारा आवश्यक किसी भी सहायता के लिए उपलब्ध हैं-
- भारतीय उच्चायोग (ढाका) का नंबर- +880-1937400591
- भारतीय सहायक उच्चायोग (चटगांव) का नंबर- +880-1814654797 / +880-1814654799
- भारतीय सहायक उच्चायोग (राजशाही) का नंबर- +880-1788148696
- भारतीय सहायक उच्चायोग (सिलहट) का नंबर- +8801313076411, +880-1313076417
- भारतीय सहायक उच्चायोग (खुलना) का नंबर- +880-1812817799
गौरतलब है कि शुक्रवार को साप्ताहिक प्रेस ब्रीफिंग में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा था कि बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं. हम इसे बांग्लादेश का आंतरिक मामला मानते हैं. हमने बांग्लादेश में रहने वाले भारतीय नागरिकों और छात्रों के लिए उनकी सुरक्षा और आवश्यकता पड़ने पर सहायता के लिए एडवाइजरी जारी की है. उन्होंने कहा कि लोगों से संपर्क करने के लिए 24X7 आधार पर संचालित हेल्पलाइन नंबर दिए गए हैं. विदेश मंत्री खुद इस मामले पर नजर रख रहे हैं. हम बांग्लादेश में अपने नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
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