वाराणसी: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत कल रात से वाराणसी में थे. अब से कुछ देर पहले वह गाजीपुर के लिए रवाना हो गए हैं. गाजीपुर में वह वीर अब्दुल हमीद पर लिखी किताब का विमोचन करने के बाद मिर्जापुर में एक आश्रम में जाएंगे. सरसंघ चालक ने कल रात वाराणसी आने के बाद रात करीब 12:00 तक संघ के शताब्दी समारोह को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की.
आरएसएस के सूत्रों की मानें तो मोहन भागवत कल रात लगभग 8:00 बजे वाराणसी पहुंचे थे और उसके बाद सिगरा स्थित संघ भवन पहुंचकर उन्होंने रात्रि विश्राम किया. रात्रि विश्राम के पहले उन्होंने कल रात में संघ के प्रचारकों के साथ ही संघ के कई अन्य बड़े पदाधिकारी के साथ संघ के शताब्दी समारोह को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की है. देर रात तक बैठक में मंथन करने के बाद सरसंघचालक आज सुबह सिगरा कार्यालय के मैदान में शाखा में भी शामिल हुए हैं.
सरसंघचालक मोहन भागवत ने आज सुबह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की विचारधारा के अनुरूप शाखा में शामिल होने के साथ ही ध्वज प्रणाम अन्य कार्य को पूर्ण किया और योग प्राणायाम करने के साथ ही हल्का नाश्ता लेकर यहां से रवाना हुए.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने बताया कि आज सुबह हुई शाखा में मोहन भागवत में शाखा में शामिल लोगों से हिंदू राष्ट्र की सर्वज्ञ उन्नति के लिए स्वयंसेवकों को एकजुट होकर कार्य करने का आह्वान किया है. स्वयंसेवकों से बातचीत करने के बाद वह गाजीपुर के लिए रवाना हो गए, जहां पर वह आज सुबह बलिदानी परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद के गांव में उनके जीवन पर आधारित पुस्तक मेरे पापा परमवीर का विमोचन करेंगे.
अब्दुल हमीद के बेटे जैनुल हसन ने यह किताब लिखी है. इसके बाद वह हथियाराम मठ और मिर्जापुर के एक अन्य मठ में आयोजन में शामिल होने के लिए पहुंचेंगे. मोहन भागवत वापस काशी आएंगे और रात्रि विश्राम के बाद कल यहां से सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना होंगे.
फिलहाल अपने तीन दिवसीय दौरे पर संघ प्रमुख ने कल रात से आज सुबह तक कार्यालय में संघ पदाधिकारी से मुलाकात और बैठक की है. शताब्दी वर्ष के उद्देश्य को लेकर मंथन करने के साथ ही उन्होंने अगले वर्ष होने वाले कार्यक्रम में संगठन को मजबूत और ज्यादा पावरफुल बनाने पर भी चर्चा की है.
संघ पदाधिकारी का कहना है कि शताब्दी वर्ष के आयोजन तक संघ के व्यापक विस्तार के लक्ष्य के साथ ही स्वयं सेवकों को एक वर्ष के लिए शताब्दी विस्तारक बनाकर अलग-अलग 80 जिलों के क्षेत्र में भेजना और गांव-गांव में संघ को मजबूत करने का प्लान इस बैठक में चर्चा में लाया गया है.
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