रायपुर: मोदी कैबिनेट में जिन लोगों को शामिल किया जाना है उनको दिल्ली से फोन आ चुके हैं. कैबिनेट में शामिल होने का निमंत्रण पत्र भी दिया जा चुका है. सूत्रों के हवाले से खबर है कि बिलासपुर से बीजेपी सांसद तोखन साहू को भी निमंत्रण मिल चुका है और वो दिल्ली पहुंच गए हैं. बीते दिनों दिल्ली से एक तस्वीर भी बिलासपुर सांसद की सामने आई थी जिसमें वो संसद की सीढ़ियों पर झुककर दंड़वत करते नजर आए थे. तोखन साहू को बीजेपी में एक जुझारु कार्यकर्ता और नेता के तौर पर जाना जाता है. तोखन साहू ने लोकसभा चुनाव 2024 में 1 लाख 64 हजार वोटों से कांग्रेस के प्रत्याशी देवेंद्र यादव को हराया था. तोखन साहू आज जब दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन पहुंचे तो बीजेपी नेताओं ने उनका भव्य स्वागत किया और उनको बधाई दी. छत्तीसगढ़ कोटे से अकेले मंत्री बनने वाले सांसद हो सकते है तोखन साहू.
तोखन साहू को मिलेगा मोदी कैबिनेट में मौका-सूत्र: सूत्रों की मानें तो तोखन साहू का नाम कैबिनेट के सदस्य के तौर पर शामिल कर लिया गया है. हालाकि अभी इस बात की पुष्टि किसी ने भी नहीं की है. किसान परिवार से आने वाले तोखन साहू का कोई बड़ा सियासी परिचय नहीं है. साल 2013 में पहली बार लोरमी विधानसभा सीट से विधायक चुने गए. बाद में रमन सिंह सरकार में उनको संसदीय सचिव का पद मिला. पार्टी ने उनकी प्रतिभा को देखते हुए उन्हे प्रत्याशी बनाया. वर्तमान में तोखन साहू किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं.
सियासी सफर: साल 1994 में राजनीति में एंट्री करने वाले तोखन साहू ने पंच पद से अपने राजनैतिक जीवन की शुरुआत की. तोखन साहू के बारे में कहा जाता है कि वो एक नेता होने से पहले एक जुझारु कार्यकर्ता हैं. तोखन साहू के बारे में बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता कहते हैं कि वो आगे रहकर लोगों को लीड करते हैं. आंदोलन को खड़ा करने और उसे धार देने में वो माहिर हैं. साहू समाज से लेकर दूसरे जातियों में भी उनकी पैठ काफी अच्छी रही है. साल 2013 में वो लोरमी विधानसभा सीट से विधायक भी चुने गए. अपने कार्यकाल में उन्होने लोरमी के विकास की रुपरेखा तैयार की. तोखन साहू पर कोई भी आपराधिक मामला दर्ज नहीं है.
कौन हैं तोखन साहू
- बिलासपुर से बड़ी जीत दर्ज की.
- कांग्रेस को डेढ़ लाख वोटों के अंतर से हराया.
- तोखन साहू पर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं.
- साल 1994 में राजनीति में एंट्री की.
- पंच से की थी राजनीति में शुरुआत.
- पार्टी ने कई बड़ी जिम्मेदारियां दी.
- 2015 में संसदीय सचिव बने.
- 2013 में लोरमी से विधायक चुने गए.
- वर्तमान में किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष.