कोटा. पश्चिम बंगाल से कोटा आकर मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट यूजी की कोचिंग कर रहा एक स्टूडेंट आर्यन मित्रा बीते 21 फरवरी को लापता हो गया था, जिसे छह दिन की कड़ी मशक्कत के बाद कोटा सिटी पुलिस ने परिजनों की मदद से पश्चिम बंगाल से दस्तयाब कर लिया है. छात्र पुलिस और परिजनों को छकाता हुआ पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी पहुंच गया था. उसको दस्तयाब करने में परिजनों ने भी मदद की है. इस मामले में कोटा सिटी एसपी डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि बच्चा होम सिकनेस फील कर रहा था. इसी के चलते वो हॉस्टल और अपने परिजनों को बिना बताए घर के लिए रवाना हो गया था.
डॉ. दुहन ने कहा कि 21 फरवरी को शाम 5:30 बजे के आसपास आर्यन हॉस्टल से चला गया था. उसके पिता ने 22 फरवरी को हॉस्टल संचालक को फोन किया था, जिसमें 12वीं की परीक्षा थी और दो पेपर होने की बात कहीं थी. जब हॉस्टल संचालक ने देखा तो छात्र कमरे में नहीं था. ऐसे में इस संबंध में कुन्हाड़ी थाना पुलिस को सूचना दी गई. इसके बाद इस मामले में जांच पड़ताल शुरू हुई. अनुसंधान के दौरान लापता छात्र की लोकेशन आगरा में मिली, जहां वो ठहरा था. इसके बाद वो अयोध्या, जौनपुर, वाराणसी होते हुए हावड़ा पहुंचा. वहां से 25 फरवरी को देर रात सियालदह होते हुए जलपाईगुड़ी के लिए रवाना हो गया था. ऐसे में परिजनों की मदद से उसे दस्तयाब किया गया.
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मूल रूप से छात्र सिलीगुड़ी पश्चिम बंगाल का निवासी है. साथ ही बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है, उसे किसी तरह का कोई मानसिक तनाव नहीं है, लेकिन होम सिकनेस के चलते ही वो घर जा रहा था. साथ ही बच्चे का कहना है कि अगर वो अपने परिजनों को फोन करता तो वो नहीं आने देते, इसलिए वो बिना फोन किए अपने घर के लिए निकल गया था.