सेलम: डीएमके युवा विंग का दूसरा राज्य सम्मेलन 21 जनवरी को सुबह सेलम के पेथानायकनपालयम में आयोजित किया गया. तमिलनाडु के युवा कल्याण और खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इस सम्मेलन को संबोधित किया. उदयनिधि स्टालिन डीएमके युवा विंग के राज्य सचिव भी हैं. इस मौके पर उदयनिधि स्टालिन ने कहा, 'मैं अपने जीवनकाल में 21 जनवरी को कभी नहीं भूलूंगा.
मैं अपने जन्मदिन और शादी के दिन की तरह इस दिन को नहीं भूल सकता. 2019 में डीएमके यूथ विंग की जिम्मेदारी को साढ़े चार साल हो गए हैं. हम डीएमके यूथ विंग द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों में डीएमके नेता एम.के.स्टालिन को आमंत्रित करेंगे. करुणानिधि शताब्दी समारोह के अवसर पर पूरे तमिलनाडु में 15 पुस्तकालय खोले गए हैं. शेष स्थानों पर पुस्तकालय भी खोले जाएंगे.'
उदयनिधि स्टालिन ने आगे कहा,'हमने छात्रों के मेडिकल शिक्षा के सपने को नष्ट करने वाली नीट (NEET) परीक्षा को रद्द कराने के लिए उपवास और विरोध प्रदर्शन करेंगे. हमने नीट परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 50 लाख हस्ताक्षर एकत्र करने के अभियान में लगभग 85 लाख हस्ताक्षर एकत्र किए हैं. हम यूथ विंग की ओर से नीट परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने के लिए भी तैयार हैं. केंद्र सरकार ने राज्य सरकार के अधिकारों को छीनने के लिए विभिन्न विभाग बनाए हैं.'
उन्होंने कहा,'पूर्व मुख्यमंत्री एडप्पादी के. पलानीस्वामी के शासनकाल के दौरान हमने राज्य के अधिकार खो दिए. लोगों द्वारा चुकाए गए टैक्स के पैसे में से केवल 29 पैसे प्रति रुपया ही तमिलनाडु को लौटाया जाता है. 5 लाख करोड़ का टैक्स चुकाने के बाद अभी तक केवल 2 लाख करोड़ रुपये मिले हैं. इसके कारण बारिश और बाढ़ के दौरान राहत समेत विभिन्न कल्याणकारी कदम तुरंत नहीं उठाए जा सके. हमने जो फंड मांगी है उसके लिए हमारी भाषा, रोजगार, सांस्कृतिक पर हमले किए जा रहे हैं.
वे न केवल चिकित्सा शिक्षा बल्कि अन्य सभी शिक्षाओं के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित करने के लिए एक नई शिक्षा नीति लेकर आए हैं. तमिल भाषा हमारा जीवन है, अगर वे तमिल को नष्ट करना चाहते हैं तो हम अपनी जान देने को तैयार हैं. 2000 वर्षों तक प्रयास किया लेकिन तमिल पहचान को नष्ट नहीं कर सके. 2000 वर्ष बाद भी तमिल अस्मिता को नष्ट नहीं किया जा सकता. प्रवर्तन विभाग द्वारा डीएमके को धमकी दी जा रही है. डीएमके प्रवर्तन विभाग और मोदी से नहीं डरेगी.'