कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राजभवन में एक महिला कर्मचारी के साथ कथित दुर्व्यवहार के लिए राज्यपाल सीवी आनंद बोस की आलोचना की. पूर्वी बर्धमान में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए, तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ने राज्यपाल के व्यवहार पर आश्चर्य व्यक्त किया. ममता बनर्जी ने कहा, 'कल राजभवन में काम करने वाली एक युवती बाहर आई और राज्यपाल के उत्पीड़न के खिलाफ बोली. महिला के आंसुओं ने मेरा दिल तोड़ दिया. मैंने उसकी वीडियो गवाही देखी है'.
राजभवन में रात गुजारने के बाद भी इस मामले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर ममता ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा, 'महिला रोती हुई यह कहते हुए बाहर चली गई कि उसे अब राजभवन में काम करने में बहुत डर लग रहा है. उसने कहा कि उसे अजीब समय पर बुलाया जाता था और उसका उत्पीड़न किया जाता था. ये वही लोग हैं जो हमारी माताओं और बहनों की गरिमा के बारे में बात करते हैं'.
मुख्यमंत्री ने पूछा, 'आप (प्रधानमंत्री) संदेशखाली पर इतना नाटक कर रहे हैं. जैसे ही हमें कुछ गड़बड़ी मिली, हमने आवश्यक कार्रवाई की थी. असहाय महिला के आरोप सामने आने के बाद भी आपने पूरी रात राजभवन में बिताई. आप चुप क्यों हैं ?'. उन्होंने कहा, 'यह बेहद दुखद है कि वहीं राज्यपाल, जिन्होंने संदेशखाली पहुंचने में बहुत तत्परता दिखाई थी, अब एक महिला कर्मचारी से छेड़छाड़ के आरोपी हैं'.
तृणमूल प्रमुख ने अन्य राज्यों से पारस्परिक सहायता के बिना, चुनाव कर्तव्यों के लिए पश्चिम बंगाल से लगभग 1,500 पुलिसकर्मियों को अन्य राज्यों में स्थानांतरित करने के लिए चुनाव आयोग पर भी कटाक्ष किया. ममता बनर्जी ने कहा, 'अन्य राज्यों से कोई भी पुलिस कर्मी पश्चिम बंगाल नहीं आया है. चुनाव आयोग ने केवल केंद्रीय बल भेजे थे, लेकिन अजीब बात है कि दूसरे स्थानों में भेजे गए राज्य पुलिस के किसी भी व्यक्ति को डाक मतपत्र (Postal Ballots) डालने की अनुमति नहीं दी गई. चुनाव आयोग इसकी इजाजत नहीं दे रहा है'.
ममता ने राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने के कदम का भी समर्थन किया. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सार्वजनिक रैली में बोलते हुए राहुल गांधी के रायबरेली से चुनाव लड़ने के फैसले पर सवाल उठाकर अपना अविवेक दिखाया. राहुल गांधी का चयन उचित लगता है. इससे मोदी को क्या फर्क पड़ता है. किसी समय, उन्होंने (मोदी) कई सीटों से चुनाव लड़ा. यहां तक कि भाजपा नेताओं ने भी ऐसा ही किया है'.