अलीपुरद्वार: तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने शुक्रवार को अलीपुरद्वार के कालचीनी में दूसरी सार्वजनिक बैठक को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बालुरघाट से की गई टिप्पणियों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी. सार्वजनिक बैठक से उन्होंने कई मुद्दों पर केंद्र के खिलाफ तीखा हमला बोला.
कुछ दिन पहले बालुरघाट में चुनाव प्रचार करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा के शीर्ष नेताओं में से एक ने दावा किया था कि 'ममता बनर्जी लोगों को गुमराह कर रही हैं और नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे में झूठ बोल रही हैं.'
शुक्रवार की जनसभा से इस पर प्रतिक्रिया देते हुए ममता ने बिना किसी का नाम लिए कहा, 'मैं अपनी जान की कीमत पर भी बंगाल में सीएए, एनआरसी, समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की अनुमति नहीं दूंगी.' ममता बनर्जी ने भड़कते हुए कहा, 'एक दिन मेरे साथ बैठो, टेलीविजन पैनल पर आमने-सामने चर्चा करते हैं. आप अपने मन की बात कहें, मैं अपनी बात करूंगी. हम बात करेंगे. मैं इस पर आमने-सामने चर्चा करूंगी. मैं देखूंगी कि कौन जीतता है और कौन हारता है! फिर भीड़ तय करेगी कि झूठ किसने बोला.'
चुनौती का जवाब चुनौती : गौरतलब है कि अभिषेक बनर्जी ने पहले भाजपा नेताओं को बहस में उनका सामना करने की चुनौती दी थी. अब ममता बनर्जी ने भी दिल्ली में सत्तारूढ़ बीजेपी नेतृत्व को यही चुनौती दी है.
'भाजपा लुटेरों की टोली': ममता ने कहा कि 'मोदी के पास कोई गारंटी नहीं है. भाजपा 2014 में सत्ता में आई और कहा कि वह 5 चाय बागान खोलेगी, लेकिन दो भी खोलने में विफल रही. मेरी सरकार ने 59 चाय बागान बनाए हैं. भाजपा लुटेरों की टोली है, सब कुछ लूट लेगी. उन्होंने सब कुछ बेच दिया है.'
'दिल्ली से भीख नहीं मांगूंगी' : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, 'आवास योजना के लिए पैसा नहीं दिया जा रहा, सड़क निर्माण के लिए पैसा नहीं दे रहे हैं. 3 साल से 100 दिन के काम का पैसा नहीं दे रहे हैं. यह मेरे गरीब मजदूरों को पैसा नहीं दे रहे हैं. हमने उन 59 लाख परिवारों को पैसा दिया है. मैंने तय कर लिया है कि अब दिल्ली से भीख नहीं मांगूंगी. अगर मुझे भीख मांगनी पड़ी तो मैं लोगों से मांगूंगी, दिल्ली से नहीं.'