पालघर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए आज नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है. वहीं, टिकट कटने के बाद पालघर विधानसभा क्षेत्र के मौजूदा विधायक श्रीनिवास वनगा अचानक गायब हो गए. इससे पहले वनगा टिकट न मिलने काफी परेशान थे. वे फफक-फफक रोए और फिर कुछ देर में उनका फोन 'नॉट रिचेबल' हो गया. इससे उनका परिवार चिंतित है.
इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने विधायक वनगा की पत्नी से संपर्क कर जानकारी मांगी. शिवसेना जिला प्रमुख कुंदन संखे ने बताया कि पार्टी ने विधायक वनगा की उम्मीदवारी इसलिए खारिज कर दी क्योंकि वे निष्क्रिय थे. भारतीय जनता पार्टी से शिवसेना में शामिल हुए पूर्व सांसद राजेंद्र गावित को शिवसेना ने पालघर विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया है.
विधायक वनगा की ओर से उनके राजनीतिक पुनर्वास की बात कही जा रही थी. पिछले धोखे के कारण वे अब कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे. उल्टे वे पिछले दो दिनों से किसी से बात भी नहीं कर रहे थे. विधायक श्रीनिवास वनगा सोमवार दोपहर मीडिया से बात करने के दौरान रो पड़े. वहीं, उनके परिवार ने आशंका जताई कि विधायक वनगा आत्महत्या कर सकते हैं. उनका फोन भी 'स्विच ऑफ' है. परिवार के सदस्यों समेत किसी से उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने उनका मन बदलने के लिए उनसे संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन वनगा के 'पहुंच में न होने' के कारण उनसे संपर्क नहीं हो सका. इसलिए मुख्यमंत्री ने वनगा की पत्नी से संपर्क किया और उन्हें हिम्मत दी. संखे ने कहा, 'लोग वनगा को नहीं चाहते!' दूसरी ओर, शिवसेना के पालघर जिला प्रमुख कुंदन संखे ने विधायक वनगा पर निष्क्रियता का आरोप लगाया.