मुंबई: पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर संदेह जताया. इस संबंध में उन्होंने शनिवार को कोल्हापुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की. इस दौरान उन्होंने वोटिंग के पूरे आंकड़े पेश किए. शरद पवार ने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी को मिले वोटों को लेकर भी सवाल उठाए.
अब उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शरद पवार द्वारा पेश किए गए आंकड़ों पर पलटवार किया है और उन्हें जवाब दिया है. शिंदे ने कहा कि विपक्षी दल जनादेश को स्वीकार करें और इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (EVM) के बारे में मतदाताओं को गुमराह करना बंद करें.
शिंदे ने कहा, "लोकसभा चुनाव में महायुति को 2.48 करोड़ वोट मिले, जो 43.55 प्रतिशत है. MVA को 2.5 करोड़ वोट मिले, जो 43.71 प्रतिशत है. फिर भी विपक्ष को 31 सीटें मिलीं और महायुति को 17 सीटें मिलीं. क्या हमें यह कहना चाहिए कि EVM से घोटाला हुआ?"
ईवीएम वहां कैसे अच्छी होती है,जहां वह जीतते हैं?
महाविकास अघाड़ी पर कड़ा प्रहार करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, "विपक्ष को महाराष्ट्र की जनता द्वारा दिए गए स्पष्ट बहुमत का स्वागत करना चाहिए. हमारी ढाई साल की महायुति सरकार ने बहुत काम किया है, बहुत सारी योजनाएं लागू की हैं और यही उसका नतीजा है.
हाल ही में झारखंड और वायनाड में भी चुनाव हुए, जहां वे जीतते हैं, वहां ईवीएम कैसे अच्छी हो सकती है? यह पिछले कई सालों से चल रहा है. शिंदे ने कहा, "जब आप जीतते हैं, तो ईवीएम में कोई घोटाला नहीं होता, लेकिन जब आप हारते हैं, तो मशीन खराब हो जाती है. यह सही तरीका नहीं है."
विपक्षी पार्टी के विधायकों ने रविवार को शपथ क्यों ली?
उन्होंने यह भी पूछा कि विपक्षी पार्टी के विधायकों ने रविवार को शपथ क्यों ली जबकि इससे पहले वे ईवीएम के कथित दुरुपयोग का विरोध करने के लिए शपथ ग्रहण नहीं कर पाए थे. शिवसेना प्रमुख ने पूछा, "क्या इसका मतलब यह है कि उन्होंने इस मुद्दे को छोड़ दिया है?"
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