मुंबई: कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अमेरिका दौरे के दौरान आरक्षण पर दिए बयान को लेकर सियासी बवाल मचा हुआ है. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष के बयान पर पलटवार करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि राहुल के विचार उनकी 'ओछी' मानसिकता को दर्शाते हैं. उन्होंने तीखा हमला करते हुए कहा कि, कांग्रेस पार्टी को धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करने की आदत है.
राहुल के बयान पर शिंदे का तीखा प्रहार
सीएम शिंदे ने एक्स पोस्ट पर लिखा, "राहुल गांधी के विचार उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है, राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं वहां जाकर देश के ख़िलाफ़ जहर उगलते हैं. राहुल गांधी के घटिया विचारों से देश कभी सहमत नहीं हो सकता. धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत रही है. संविधान और आरक्षण को लेकर भ्रम फैलना उनका फैशन बन चुका है. राहुल गांधी का आरक्षण विरोधी चेहरा अब दुनिया के सामने आ गया है. महायुती की सरकार आरक्षण को पूरा समर्थन करती है और जब तक शिवसेना का यह सच्चा सैनिक है, कभी आरक्षण को खत्म नहीं होने देगा..."
राहुल गांधी के विचार उनकी ओछी मानसिकता को दर्शाता है, राहुल गांधी जब भी विदेश जाते हैं वहां जाकर देश के ख़िलाफ़ जहर उगलते हैं. राहुल गांधी के घटिया विचारों से देश कभी सहमत नहीं हो सकता. धर्म और जाति के नाम पर राजनीति करना कांग्रेस की आदत रही है. संविधान और आरक्षण को लेकर भ्रम… https://t.co/9Ima7YJKbr
— Eknath Shinde - एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) September 11, 2024
बीजेपी ने राहुल को घेरा
शिंदे से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी आरक्षण संबंधी बयान पर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर हमला बोला. शाह ने कहा कि कांग्रेस नेता की "देश को विभाजित करने की साजिश करने वाली ताकतों" के साथ खड़े होना आदत बन गई है, शाह ने यह भी कहा कि भाजपा किसी को भी आरक्षण को खत्म करने और देश की सुरक्षा में बाधा डालने की अनुमति नहीं देगी. शाह ने आगे आरोप लगाया कि राहुल गांधी के बयान उनकी विभाजनकारी नीतियों को दर्शाते हैं.
राहुल के बयान पर सियासी बवाल!
सोमवार को, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आरक्षण को खत्म करने के बारे में तब सोचेगी जब भारत "निष्पक्ष जगह" बन जाएगा, जो कि ऐसा नहीं है. कांग्रेस नेता वाशिंगटन डीसी में जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों के साथ बातचीत कर रहे थे. उन्होंने जाति जनगणना कराने की आवश्यकता पर भी जोर दिया. लोकसभा में विपक्ष के नेता ने आगे जोर देकर कहा कि इंडिया ब्लॉक संविधान की रक्षा करना चाहता है और अधिकांश गठबंधन सहयोगी जाति जनगणना कराने पर सहमत हैं, उन्होंने कहा कि 'दो व्यापारियों' को देश में हर व्यवसाय नहीं चलाना चाहिए.
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