मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व सीएम अशोक चव्हाण मंगलवार को औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गए. उन्होंने एक्स पर कहा,'आज यह मेरे राजनीतिक करियर की नई शुरुआत है. मैं आज उनके कार्यालय में औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि हम महाराष्ट्र के रचनात्मक विकास के लिए काम करेंगे.'
लोकसभा चुनाव से पहले नेताओं का दल बदल का खेल शुरू हो गया है. अशोक चव्हाण ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. अशोक चव्हाण को राज्यसभा से नामांकन मिलने की चर्चा है. कांग्रेस पार्टी छोड़ने के बाद उन्होंने कहा था कि हम दो दिन में फैसला लेंगे. अशोक चव्हाण आज दोपहर में बीजेपी प्रदेश कार्यालय पहुंचे और औपचारिक रूप से बीजेपी में शामिल हो गए.
अशोक चव्हाण की पार्टी में एंट्री के दौरान पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे. अशोक चव्हाण को बीजेपी से राज्यसभा सीट मिलने की संभावना है. अशोक चव्हाण की पार्टी में एंट्री 15 फरवरी को होनी थी, लेकिन आज अचानक उनकी पार्टी में एंट्री हो रही है. राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख एक दिन दूर है. इसीलिए चव्हाण के राज्यसभा जाने की चर्चा चल रही है. अशोक चव्हाण की बेटी को लेकर भी अटकलें लगाई जा रही है.
अशोक चव्हाण की बेटी श्रीजया चव्हाण को बीजेपी से विधान सभा की उम्मीदवारी मिलने की चर्चा है. बताया जा रहा है कि बीजेपी ने अशोक चव्हाण को राज्यसभा भेजने और उनकी बेटी श्रीजया को विधानसभा भेजने का प्लान तैयार किया गया है. साथ ही ऐसी भी संभावना है कि राज्य में बीजेपी की सरकार आने पर श्रीजया को मंत्री पद दिया जा सकता है. हालाँकि, अभी तक इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.
विजय वडेट्टीवार: अशोकराव चव्हाण के इस्तीफे के बाद उम्मीद है कि कुछ और विधायक उनके साथ जाएंगे. इसमें राज्य के विपक्षी नेता विजय वडेट्टीवार का भी नाम है और उन्होंने यह बात बताई है. उन्होंने कहा, 'अशोक चव्हाण का इस्तीफा चौंकाने वाला है और हमें नहीं पता कि उन्होंने अचानक यह फैसला क्यों लिया. उन्होंने इस बारे में मुझसे चर्चा नहीं की.
इसकी भी रही चर्चा : अशोकराव चव्हाण 5 रुपये की सदस्यता शुल्क का भुगतान करके औपचारिक रूप से भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले को पांच रुपये की आधिकारिक भाजपा सदस्यता शुल्क दी और बावनकुले ने उन्हें विधिवत अशोकराव चव्हाण के नाम की रसीद सौंपी. इसके लिए चव्हाण ने बावनकुले को 20 रुपये का नोट दिया.. तो क्या अशोकराव चव्हाण ने बचे हुए 15 रुपये में तीन और सदस्यों की फीस एडवांस में चुका दी है?