मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए अजित पवार की एनसीपी ने 38 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है. लिस्ट में येवला से छगन भुजबल को टिकट दिया है. वहीं, अजित पवार खुद अपनी पारंपरिक सीट बारामती से चुनाव लड़ने वाले हैं.
अजीत पवार की नेतृत्व वाली एनसीपी ने इगतपुरी से हीरामन खोसकर और अमरावती शहर से सुलभा खोडके को टिकट दिया है, जो कांग्रेस के विधायक हैं. इसके अलावा, कोपुरगव से आशुतोष काले, अकोले से किरण लहामटे, बसमत से चंद्रकांत उर्फ राजू नवघरे, चिपलूण से शेखर निकम और मावल से सुनील शेलके को टिकट दिया गया है.
शिव-शाहू-फुले-आंबेडकरांच्या विचारांची शिदोरी जोपासून आणि थोरामोठ्यांचे आशीर्वाद घेऊन आम्ही पुढे पाऊल टाकत आहोत. महाराष्ट्र विधानसभा निवडणूक - २०२४ साठी राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाच्या वतीनं अधिकृत उमेदवारांची पहिली यादी जाहीर करण्यात येत आहे. मी सर्व उमेदवारांना त्यांच्या यशस्वी… pic.twitter.com/T6MOZPf5gs
— Ajit Pawar (@AjitPawarSpeaks) October 23, 2024
दो मुसलमानों को दिया टिकट
पार्टी ने दो मुस्लिम उम्मीदवारों को भी मैदान में उतारा है. इसमें हसन मुश्रीफ और नजीब मुल्ला का नाम शामिल है. पार्टी ने कागल से मुश्रीफ को मुंब्र-कलवा से नजीब को मैदान में उतारने का ऐलान किया है.
कौन हैं हसन मुश्रीफ?
हसन मुश्रीफ एनसीपी के उन नेता 18 विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने अजित पवार के साथ पार्टी के खिलाफ बगावत की थी. अजित पवार के साथ बागी हुए जिन 8 विधायकों को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उनमें हसन मुश्रीफ भी शामिल हैं. मौजूदा समय में महाराष्ट्र के कोल्हापुर की कागल विधानसभा सीट से विधायक हैं. इसके अलावा हसन मुश्रीफ ग्रामीण विकास और श्रम मंत्रालय में मंत्री पद भी संभाल चुके हैं.
कौन हैं नजीब मुल्ला?
नजीब मुल्ला राबोडी के पूर्व पार्षद हैं. मुल्ला कभी एनसीपी संस्थापक शरद पवार के भरोसेमंद सहयोगी अवहद के करीबी थे. वह हाल ही में एनसीपी (अजित पवार) में शामिल हुए थे. उन्होंने मुंब्रा में एनसीपी का कार्यालय भी खोला है. वह काफी समय से मुसलमानों के बीच लोकप्रियता हासिल करने में जुटे थे.
कब है महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव?
चुनाव आयोग के अनुसार महाराष्ट्र की कुल 288 विधानसभा सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को मतदान होगा. 23 नवंबर को मतगणना नतीजे घोषित किए जाएंगे. बता दें कि राज्य में जहां एक ओर सत्तारूढ़ दल महायुति दोबारा जीत का दावा कर रही है तो वहीं विपक्षी दल महाविकास अघाड़ी को उम्मीद है कि इस बार वह सत्ता में आएगी.