नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ 2025 में आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक बड़ा इंतजाम किया है. जानकारी के मुताबिक पवित्र शहर में आने वाले यात्री रेलकर्मियों की जैकेट पर पहने जाने वाले स्कैनर का उपयोग करके टिकट बुक कर सकेंगे. इससे पहले रेलवे ने श्रद्धालुओं के लिए 13000 स्पेशल ट्रेनों की शुरुआत की थी.
महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे के कमर्शियल डिपार्टमेंट के कर्मचारी विशेष ड्यूटी पर रहेंगे और क्यूआर कोड वाली हरे रंग की जैकेट पहनेंगे. कर्मचारियों को स्टेशनों और विभिन्न महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया जाएगा, ताकि श्रद्धालुओं को हर जगह टिकट बुकिंग में सहायता मिल सके.
टिकटिंग प्रोसेस होगा आसान
बता दें कि प्रयागराज उत्तर मध्य रेलवे (NCR) जोन के प्रशासनिक नियंत्रण में आता है. जोनल रेलवे ने आधुनिक तकनीक के माध्यम से टिकटिंग प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए यह इनोवेटिव पहल शुरू की है. इस पहल की जरिए यात्री रेलकर्मियों की जैकेट पर पहने जाने वाले स्कैनर का उपयोग करके टिकट बुक कर सकते हैं.
रेलवे कर्मचारियों की जैकेट पर क्यूआर कोड स्कैनर के जरिए टिकट कैसे बुक करें?
टिकट बुक करने के लिए यात्रियों को बस रेलवे कर्मचारियों की हरे रंग की जैकेट पर क्यूआर कोड को स्कैन करना होगा. स्कैन करने के बाद उन्हें अपने स्मार्टफोन पर अनारक्षित टिकटिंग सिस्टम (UTS) मोबाइल ऐप डाउनलोड करने का लिंक मिलेगा. इसके जरिए यात्री टिकट बुक कर सकते हैं और दूसरी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं.
लंबी कतारों से बचेंगे श्रद्धालु
इस पहल से श्रद्धालु रेलवे स्टेशन पर भीड़ और लंबी कतारों से बचकर आसानी से टिकट प्राप्त कर सकेंगे. डिजिटल पेमेंट के जरिए टिकट बुक करने की इस प्रक्रिया से न सिर्फ समय की बचत होगी, बल्कि महाकुंभ के दौरान आने वाले लाखों श्रद्धालुओं को परेशानी मुक्त अनुभव भी मिलेगा. इस तरह नई पहल डिजिटल इंडिया की दिशा में एक कदम होगी और महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए एक बड़ी राहत साबित होगी.
40 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आने की उम्मीद
बता दें कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलने वाले 45 दिवसीय धार्मिक उत्सव में दुनिया भर से 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है, जिसमें भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक परंपराओं को प्रदर्शित किया जाएगा.
इसके लिए रेलवे ने 10 जनवरी से 28 फरवरी के बीच 10,100 नियमित ट्रेनों के साथ-साथ 3,124 विशेष मेला ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है. अनुमानित भीड़ को प्रबंधित करने के लिए, एनसीआर के तहत 278 टिकट काउंटर स्थापित किए जाएंगे.
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