रायपुर : महादेव सट्टा एप मामले में ईडी ने 12 जनवरी को नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल को गिरफ्तार किया था. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय को पांच-पांच दिनों की 2 बार रिमांड मिली थी. ईडी की रिमांड की अवधि पूरी होने के बाद सोमवार को दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया. अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट ने दोनों आरोपियों को 13 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा है. दोनों आरोपियों की अगली पेशी 3 फरवरी को होगी.
दो बार ईडी को मिल चुकी थी रिमांड : ईडी के वकील सौरभ कुमार पांडेय ने बताया कि महादेव ऑनलाइन सट्टा एप के इन्वेस्टिगेशन में ईडी ने 12 जनवरी को 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. जिसमें नितिन टिबरेवाल और अमित अग्रवाल का नाम आया था. दोनों आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय ने 12 जनवरी को कोर्ट में पेश किया था और रिमांड की मांग की थी जिसके बाद ईडी को 5 दिनों की रिमांड मिली थी.
''17 जनवरी को इन दोनों आरोपियों को फिर से कोर्ट में पेश किया गया था. जिसके बाद ईडी को 5 दिनों की फिर से रिमांड मिली थी. जो आज 22 जनवरी को पूरी होने के बाद और ईडी के तर्को को सुनने के बाद अजय सिंह राजपूत की स्पेशल कोर्ट ने इन दोनों आरोपियों को 13 दिनों की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. दोनों आरोपियों की अगली पेशी कोर्ट में 3 फरवरी को होगी." सौरभ पाण्डेय, वकील ईडी
क्या है नितिन टिबरेवाल पर आरोप ? : आरोपी नितिन टिबरेवाल के बारे में वकील ने बताया कि एक्यूज्ड पर्सन विकास छापरिया पैसों की लेयरिंग करने का काम करता था. इसके साथ ही उन्होंने कंपनी भी बना कर रखी थी. इन्वेस्टमेंट के माध्यम से वह इनवेस्ट करता था. विकास छापरिया की कंपनी में नितिन टिबरेवाल भी शेयर होल्डर था. नितिन ने दुबई में प्रॉपर्टी खरीदी है.
ईडी के मुताबिक 1 जनवरी को कोर्ट में केस फाइल की थी. जिसमें अनिल कुमार अग्रवाल को अभियुक्त के रूप में शामिल किया गया था. 12 जनवरी को अमित अग्रवाल की गिरफ्तारी हुई है. अमित अग्रवाल अनिल अग्रवाल का भाई है. महादेव ऐप से संबंधित जो पैसा उसके भाई अनिल अग्रवाल के माध्यम से आता था, उसे अमित अग्रवाल ब्लैक से व्हाइट करने का काम करता था. ईडी की जांच में अब तक ढाई करोड़ रुपए का घोटाला सामने आया है. आरोपी अमित अग्रवाल की पत्नी आरोपी अनिल दम्मानी के साथ मिलकर जमीन खरीदने का मामला भी सामने आया है.