नई दिल्ली : विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा के एक दिन बाद कांग्रेस ने कहा कि विपक्षी महा विकास अघाड़ी ने 288 विधानसभा सीटों में से लगभग 80 प्रतिशत पर सीटों का बंटवारा पूरा कर लिया था उसकी प्रक्रिया तेज कर दी है. पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि सीटों के चयन के साथ-साथ उम्मीदवारों की सूची का काम भी बहुत सावधानी से किया जा रहा है, क्योंकि कांग्रेस के 105 से 110 सीटों पर चुनाव लड़ने की संभावना है.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक उन्होंने बागियों और निर्दलीय उम्मीदवारों की संभावनाओं पर अंकुश लगाने के लिए एक योजना बनाई है, क्योंकि उन्होंने हाल ही में हुए हरियाणा विधानसभा चुनावों से सबक लिया है, जहां इस समस्या के कारण कांग्रेस को लगभग 17 सीटों का नुकसान हुआ था.महाराष्ट्र के प्रभारी एआईसीसी सचिव बीएम संदीप ने ईटीवी भारत को बताया कि करीब 80 प्रतिशत सीटों का बंटवारा हो चुका है. बाकी 20 प्रतिशत सीटों पर भी जल्द ही फैसला हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि चर्चा सौहार्दपूर्ण माहौल में हो रही है और सामान्य तौर पर कुछ समायोजन करने होंगे. इसके अलावा शिवसेना, यूबीटी, एनसीपी, एसपी और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुंबई में सीट बंटवारे पर बातचीत में तेजी ला रहे हैं. वहीं स्क्रीनिंग कमेटी बुधवार से सुनिश्चित सीटों पर उम्मीदवारों के नामों को मंजूरी देना शुरू कर देगी.
एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, "ये वो सीटें हैं जो कांग्रेस को मिलने वाली हैं. हम नामों पर चर्चा करेंगे और घोषणा के लिए पहली सूची तैयार रखेंगे." शेष सीटों के लिए, पार्टी द्वारा तैनात पर्यवेक्षकों और समन्वयकों से प्राप्त फीडबैक को संभावित उम्मीदवारों की सूची तैयार करने में शामिल किया जा रहा है. एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा, "मुख्य ध्यान तीन बातों पर है, हम जिन सीटों को चाहते हैं उनका चयन, वहां सर्वश्रेष्ठ उम्मीदवार की पहचान और किसी बागी या स्वतंत्र उम्मीदवार की संभावना को कम करना, जो हमारी संभावनाओं को नुकसान पहुंचा सकता है."
पार्टी के सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र के एआईसीसी प्रभारी रमेश चेन्निथला ने 15 अक्टूबर को मुंबई में महाराष्ट्र की सभी 48 लोकसभा सीटों पर पार्टी द्वारा तैनात किए गए पर्यवेक्षकों और समन्वयकों के साथ एक रणनीति सत्र आयोजित किया था. महाराष्ट्र को छोड़कर देश भर से सभी पर्यवेक्षक और समन्वयक वरिष्ठ नेता थे. वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री की अध्यक्षता में स्क्रीनिंग पैनल की बैठक बुधवार को दिल्ली में आयोजित की गई.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, आंतरिक सर्वेक्षणों में एमवीए को लगभग 180 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था, लेकिन विपक्षी समूह की ओर से किसी भी तरह की लापरवाही के प्रति आगाह भी किया गया था. एआईसीसी पदाधिकारी गणेश कुमार यादव जो सायन कोलीवाड़ा सीट से टिकट मांग रहे हैं, ने ईटीवी भारत को बताया कि हम आश्वस्त हैं, लेकिन अति आश्वस्त नहीं हैं. पिछले सप्ताह सायन कोलीवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में हमारी परिवर्तन यात्रा को मतदाताओं से बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली. उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि एमवीए जीतने जा रही है और मतदाता भ्रष्ट महायुति सरकार को हरा देंगे.
वहीं एआईसीसी पदाधिकारी बीएम संदीप ने राज्य सरकार के न्यूनतम स्टांप शुल्क को बढ़ाकर 500 रुपये करने और 100 और 200 रुपये के स्टांप को खत्म करने के फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह आम आदमी के लिए एक कठोर झटका है और इससे लोगों पर और बोझ पड़ेगा. उन्होंने कहा कि इस कदम से रोज़मर्रा के लेन-देन और महंगे हो जाएंगे. ऐसे समय में जब जनता पहले से ही बढ़ती कीमतों से जूझ रही है, ऐसा फ़ैसला अनुचित और अनुचित है. उन्होंने कहा, "मैं इस जनविरोधी नीति की कड़ी निंदा करता हूं, जो आम नागरिकों पर वित्तीय दबाव बढ़ाने का काम करती है."
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