मुंबई: महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मंगलवार को कहा कि "लोकसभा चुनाव में बहन सुप्रिया सुले के खिलाफ पत्नी सुनेत्रा पवार को चुनाव लड़ाना मेरी गलती थी. मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था. मैं अपनी सभी बहनों से प्यार करता हूं". बता दें कि, इस साल के अंत में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होना है और ऐसे में अजित पवार चुनाव से पहले राज्य सरकार की जन संपर्क अभियान के तहत 'मुख्यमंत्री लड़की बहिन योजना' को बढ़ावा दे रहे हैं, जिसका उद्देश्य महिलाओं को प्रति माह 1,500 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करना है.
...मैंने गलती की, अजित पवार ने कहा
इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में सुनेत्रा पवार ने बारामती सीट से मौजूदा एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ चुनाव लड़ा था लेकिन असफल रहीं. सुनेत्रा पवार बाद में राज्यसभा के लिए चुनी गईं. बता दें कि, सुप्रिया सुले अजीत पवार के चाचा शरद पवार की बेटी हैं.
पिछले साल जुलाई में, अजित पवार और कई अन्य विधायक शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए, जिससे शरद पवार द्वारा स्थापित राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन हो गया. बाद में चुनाव आयोग ने अजित के नेतृत्व वाले समूह को असली एनसीपी घोषित कर दिया.
रक्षा बंधन पर अपनी बहनों से मिलेंगे अजित पवार!
उन्होंने रक्षाबंधन से जुड़े पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि, वह इस समय दौरे पर हैं और अगर वह उनकी बहनें उस दिन एक स्थान पर होंगे, तो वह निश्चित तौर पर उनसे मिलेंगे. डिप्टी सीएम ने कहा कि उन्होंने केवल किसानों, महिलाओं और युवाओं के लिए विकास और कल्याण योजनाओं पर बोलने और अपने खिलाफ आलोचना का जवाब नहीं देने का फैसला किया है.
अजित पवार ने कहा कि शरद पवार एक वरिष्ठ नेता और उनके परिवार के मुखिया हैं और वह उनकी किसी भी आलोचना का जवाब नहीं देंगे. सत्तारूढ़ भाजपा और शिवसेना द्वारा वरिष्ठ पवार को निशाना बनाए जाने पर राकांपा नेता ने कहा कि महायुति सहयोगियों को भी समझना चाहिए कि वे क्या बोलते हैं. उन्होंने कहा, "जब हम साथ बैठते हैं तो मैं अपनी राय व्यक्त करता हूं."
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