लखनऊ : बिहार में शराब बंदी के बाद भी बिक्री हो रही है. राज्य में शराब कहां से आ रही है, इसको लेकर यूपी और बिहार पुलिस बीते कुछ वर्षों से बॉर्डर पर चौकसी बरत रही है. बावजूद इसके शराब तस्करी के रूट और तस्करों तक पुलिस अक्सर नाकाम ही साबित रहती है. हालांकि शनिवार को आबकारी विभाग और लखनऊ पुलिस ने तस्करी का रूट मैप खोज निकाला है. पुलिस टीम ने तस्करों को दबोचा है, जो बिहार में शराब की बड़ी खेप लेकर हरियाणा से यूपी होकर जा रहे थे.
जिला आबकारी अधिकारी लखनऊ राकेश सिंह ने बताया कि शनिवार को सूचना मिली थी कि शराब तस्कर हरियाणा की शराब तस्करी कर लखनऊ आ रहे हैं. सूचना पर लखनऊ पुलिस की मदद से इटौंजा के पास शराब तस्करों को धर दबोचा गया. शराब तस्करों ने डीसीएम में लोड मशीनों में शराब छिपाई थी. इनके पास से करीब चार हजार अंग्रेजी शराब की बॉटल बरामद हुईं. आबकारी अधिकारी ने बताया कि बिहार में शराब की तस्करी वाया यूपी ही हो रही थी. इसकी जानकारी कई बार बिहार पुलिस ने दी थी. लिहाजा हम हर उस गाड़ी पर नजर बनाए हुए थे, जो बिहार जाती हैं. शनिवार को जब डीसीएम रोक पर पूछा गया तो डीसीएम ड्राइवर ने बताया गया कि वह मुजफ्फरपुर बिहार में मशीन लेकर जा रहा है. शक होने पर गाड़ी की तलाशी में शराब बरामद हुई.
डीसीपी नॉर्थ आर. शंकर ने बताया कि तस्करों के पकड़े जाने के बाद हमें बिहार में शराब तस्करी का रूट मैप मिल गया है. शराब तस्कर सोनीपत, हरियाणा से मुजफ्फरपुर, बिहार वाया दिल्ली, गाजियाबाद, हापुड़ गजरौला (अमरोहा), मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ होते हुए बाराबंकी, अयोध्या, बस्ती और गोरखपुर के रास्ते मुजफ्फरपुर, बिहार आते जाते हैं. पूछताछ में सामने आया है कि तस्कर महज कॅरियर हैं. इनके पीछे मास्टरमाइंड हरियाणा और बिहार में बैठे हैं.
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