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उप राष्ट्रपति और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला प्रबोधन कार्यक्रम में हुए शामिल, विधायकों को पढ़ाया लोकतंत्र का पाठ - प्रबोधन कार्यक्रम

Lok Sabha Speaker Om Birla छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम की शुरुआत हुई है. जिसमें उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला समेत यूपी विधानसभा के स्पीकर सतीश महाना ने विधायकों को कई तरह की सीख दी है.Chhattisgarh Assembly

Lok Sabha Speaker Om Birla
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने शुरु किया प्रबोधन कार्यक्रम
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jan 20, 2024, 6:23 PM IST

Updated : Jan 20, 2024, 10:54 PM IST

छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम

रायपुर : लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम की शुरुआत की.इस दौरान ओम बिरला ने कहा कि जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है.वो विधानसभा में अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है. इस तरह से विधायक अपने क्षेत्र का बेहतर प्रतिनिधित्व कर पाता है.

सदन संविधान का मंदिर : बिरला ने इस मौके पर कहा कि सदन संविधान का मंदिर है. इसलिए सदन के भीतर गरिमापूर्ण आचरण बहुत जरूरी है. विधानसभा के नियमों और संसदीय परंपराओं की जितनी गहराई से जानकारी होगी, अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने में आपको उतना ही लाभ होगा. केवल अपने क्षेत्र की समस्याएं न रखें बल्कि राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए पूरे प्रदेश से जुड़े मुद्दे विधानसभा में रखें.

विधानसभा में दस्तावेजों का डिजिटलीकरण जरूरी : ओम बिरला ने कहा कि पूर्व में विधानसभा में हुई कार्यवाई का अध्ययन भी विधायकों के लिए काफी उपयोगी होता है. दस्तावेजों का डिजिटलीकरण बहुत उपयोगी है. पुरानी बहसों को सुनने से मुद्दों की समझ गहरी होती है. छत्तीसगढ़ छोटा राज्य है, लेकिन अपने नवाचारों से और नई परंपराओं से यह प्रदेश देश भर में आदर्श राज्य के रूप में स्थापित हो सकता है. विधानसभा के सदस्य के रूप में इसमें आप सभी की अहम भूमिका हो सकती है.

'' छत्तीसगढ़ में गहरी विविधता है. यह छोटा राज्य जरूर है, लेकिन अपने लोकाचारों के मामले में, संस्कृति के मामले में बेहद समृद्ध है. इस राज्य के आगे बढ़ने की बहुत सी संभावनाएं हैं. आप सभी दूसरे राज्यों के नवाचारों का भी अध्ययन करते रहें. उनके विधायकों से बात करें, जो अच्छी पद्धति हैं उसे अपने यहां लागू करने का प्रयास भी करते रहें.'' ओम बिरला,लोकसभा स्पीकर

उपराष्ट्रपति ने भी विधायकों को किया संबोधित: प्रबोधन समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने भी संबोधित किया. पराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि" पक्ष और विपक्ष के विधायकों में लगातार संपर्क और सामंजस्य होना चाहिए, तभी लोकतंत्र फलेगा-फूलेगा और सकारात्मक परिणाम देगा. सदन में कोई प्रतिद्वंदी नहीं है. यहां का वातावरण सकारात्मक और सौहार्द्रपूर्ण होना चाहिए. तभी जनहित के काम मिलकर किए जा सकते हैं. जीवन में सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है.सदन में नये विधायकों को पुराने विधायकों से भी काफी कुछ सीखने मिलेगा. विपक्ष को जनता के मुद्दों को टेलीस्कोप की तरह देखना चाहिए और सरकार के काम पर माइक्रोस्कोप की तरह नजर रखना चाहिए। राज्य के धन का सदुपयोग हो, यह बजट चर्चा के दौरान आप लोगों को देखना चाहिए"

उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ने भी दी अहम जानकारी : प्रथम सत्र के अतिथि वक्ता के रूप में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने नवनिर्वाचित विधायकों को ध्यानाकर्षण सूचना, स्थगन प्रस्ताव एवं लोक महत्व के विषय पर अपना व्याख्यान दिया. प्रबोधन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने आप में एक समृद्ध राज्य है. सात राज्यों की सीमाएं छत्तीसगढ़ को छूती है. प्राकृतिक खनिज संसाधनों से भरपूर छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं हैं. लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत प्रक्रिया तय है. सबकी सीमाएं तय हैं. आम जनता ने हमें चुनकर विधानसभा भेजा है. हमें उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है.

''जीतने के बाद जनता के विश्वास में कैसे खरा उतरना है, इस दिशा में हमें सदैव कार्य करना होगा.छत्तीसगढ़ में 50 विधायक छठवीं विधानसभा में पहली बार चुनकर आए हैं. उन्हें जनता से मिलने के लिए समय और स्थान निर्धारित करना पड़ेगा. जनता से परस्पर संवाद भी कायम रखना पड़ेगा. जब आप विधायक चुने गए हैं, तो आप पर सब जनता की निगाह रहती है. एक चुने गए प्रतिनिधि को ना तो किसी की आलोचना की चिंता करनी चाहिए और ना ही प्रशंसा की चिंता.''- सतीश महाना, स्पीकर, उत्तरप्रदेश विधानसभा

बृजमोहन अग्रवाल ने पढ़ा डॉ रमन सिंह का संदेश : स्वास्थ्य बेहतर नहीं होने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उनका संदेश विधायकों को बताया. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस बात की गहरी खुशी है कि प्रबोधन कार्यक्रम के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी उपस्थिति दी है. प्रबोधन के माध्यम से विधायकों को अगले पांच साल में विधानसभा में कुशलता से कार्य करने में मदद मिलेगी.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि भगवान श्रीराम के ननिहाल में आए सभी अतिथियों का मैं अभिनंदन करता हूं. यह दो दिवसीय कार्यक्रम विधायकों के लिए काफी उपयोगी होगा. नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत ने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से विधायकों को काफी कुछ सीखने मिलता है. प्रबोधन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आए हैं. हम उनका अभिनंदन करते हैं. कार्यक्रम की शुरूआत में विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने विस्तार से प्रबोधन कार्यक्रम की जानकारी दी.

छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम

रायपुर : लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में दो दिवसीय प्रबोधन कार्यक्रम की शुरुआत की.इस दौरान ओम बिरला ने कहा कि जो विधायक विधानसभा में जितना ज्यादा बैठता है.वो विधानसभा में अपने विचार उतने ही बेहतर तरीके से रख पाता है. इस तरह से विधायक अपने क्षेत्र का बेहतर प्रतिनिधित्व कर पाता है.

सदन संविधान का मंदिर : बिरला ने इस मौके पर कहा कि सदन संविधान का मंदिर है. इसलिए सदन के भीतर गरिमापूर्ण आचरण बहुत जरूरी है. विधानसभा के नियमों और संसदीय परंपराओं की जितनी गहराई से जानकारी होगी, अपने क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने में आपको उतना ही लाभ होगा. केवल अपने क्षेत्र की समस्याएं न रखें बल्कि राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय परिदृश्य को देखते हुए पूरे प्रदेश से जुड़े मुद्दे विधानसभा में रखें.

विधानसभा में दस्तावेजों का डिजिटलीकरण जरूरी : ओम बिरला ने कहा कि पूर्व में विधानसभा में हुई कार्यवाई का अध्ययन भी विधायकों के लिए काफी उपयोगी होता है. दस्तावेजों का डिजिटलीकरण बहुत उपयोगी है. पुरानी बहसों को सुनने से मुद्दों की समझ गहरी होती है. छत्तीसगढ़ छोटा राज्य है, लेकिन अपने नवाचारों से और नई परंपराओं से यह प्रदेश देश भर में आदर्श राज्य के रूप में स्थापित हो सकता है. विधानसभा के सदस्य के रूप में इसमें आप सभी की अहम भूमिका हो सकती है.

'' छत्तीसगढ़ में गहरी विविधता है. यह छोटा राज्य जरूर है, लेकिन अपने लोकाचारों के मामले में, संस्कृति के मामले में बेहद समृद्ध है. इस राज्य के आगे बढ़ने की बहुत सी संभावनाएं हैं. आप सभी दूसरे राज्यों के नवाचारों का भी अध्ययन करते रहें. उनके विधायकों से बात करें, जो अच्छी पद्धति हैं उसे अपने यहां लागू करने का प्रयास भी करते रहें.'' ओम बिरला,लोकसभा स्पीकर

उपराष्ट्रपति ने भी विधायकों को किया संबोधित: प्रबोधन समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और यूपी विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने भी संबोधित किया. पराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि" पक्ष और विपक्ष के विधायकों में लगातार संपर्क और सामंजस्य होना चाहिए, तभी लोकतंत्र फलेगा-फूलेगा और सकारात्मक परिणाम देगा. सदन में कोई प्रतिद्वंदी नहीं है. यहां का वातावरण सकारात्मक और सौहार्द्रपूर्ण होना चाहिए. तभी जनहित के काम मिलकर किए जा सकते हैं. जीवन में सीखने की प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है.सदन में नये विधायकों को पुराने विधायकों से भी काफी कुछ सीखने मिलेगा. विपक्ष को जनता के मुद्दों को टेलीस्कोप की तरह देखना चाहिए और सरकार के काम पर माइक्रोस्कोप की तरह नजर रखना चाहिए। राज्य के धन का सदुपयोग हो, यह बजट चर्चा के दौरान आप लोगों को देखना चाहिए"

उत्तरप्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष ने भी दी अहम जानकारी : प्रथम सत्र के अतिथि वक्ता के रूप में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने नवनिर्वाचित विधायकों को ध्यानाकर्षण सूचना, स्थगन प्रस्ताव एवं लोक महत्व के विषय पर अपना व्याख्यान दिया. प्रबोधन कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष सतीश महाना ने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने आप में एक समृद्ध राज्य है. सात राज्यों की सीमाएं छत्तीसगढ़ को छूती है. प्राकृतिक खनिज संसाधनों से भरपूर छत्तीसगढ़ में विकास की असीम संभावनाएं हैं. लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत प्रक्रिया तय है. सबकी सीमाएं तय हैं. आम जनता ने हमें चुनकर विधानसभा भेजा है. हमें उनकी अपेक्षाओं पर खरा उतरना है.

''जीतने के बाद जनता के विश्वास में कैसे खरा उतरना है, इस दिशा में हमें सदैव कार्य करना होगा.छत्तीसगढ़ में 50 विधायक छठवीं विधानसभा में पहली बार चुनकर आए हैं. उन्हें जनता से मिलने के लिए समय और स्थान निर्धारित करना पड़ेगा. जनता से परस्पर संवाद भी कायम रखना पड़ेगा. जब आप विधायक चुने गए हैं, तो आप पर सब जनता की निगाह रहती है. एक चुने गए प्रतिनिधि को ना तो किसी की आलोचना की चिंता करनी चाहिए और ना ही प्रशंसा की चिंता.''- सतीश महाना, स्पीकर, उत्तरप्रदेश विधानसभा

बृजमोहन अग्रवाल ने पढ़ा डॉ रमन सिंह का संदेश : स्वास्थ्य बेहतर नहीं होने की वजह से विधानसभा अध्यक्ष डॉ रमन सिंह की अनुपस्थिति में संसदीय कार्य मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने उनका संदेश विधायकों को बताया. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि इस बात की गहरी खुशी है कि प्रबोधन कार्यक्रम के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अपनी उपस्थिति दी है. प्रबोधन के माध्यम से विधायकों को अगले पांच साल में विधानसभा में कुशलता से कार्य करने में मदद मिलेगी.

उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि भगवान श्रीराम के ननिहाल में आए सभी अतिथियों का मैं अभिनंदन करता हूं. यह दो दिवसीय कार्यक्रम विधायकों के लिए काफी उपयोगी होगा. नेता प्रतिपक्ष डॉ.चरणदास महंत ने कहा कि प्रबोधन कार्यक्रम के माध्यम से विधायकों को काफी कुछ सीखने मिलता है. प्रबोधन के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आए हैं. हम उनका अभिनंदन करते हैं. कार्यक्रम की शुरूआत में विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने विस्तार से प्रबोधन कार्यक्रम की जानकारी दी.

Last Updated : Jan 20, 2024, 10:54 PM IST
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