हैदराबाद : कई एग्जिट पोल में अनुमान जताया गया है कि एनडीए को बढ़त मिल रही है, लेकिन कांग्रेस उसे सिरे से खारिज कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि 2004 में भी एग्जिट पोल गलत साबित हुए थे, इस बार भी ऐसा ही होगा.
ऐसे में मतगणना के बाद तय होगा कि जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्ष में जाएगा, जो लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री की रेस में हैं, या फिर कांग्रेस का दावा सही साबित होगा कि 2004 की तरह एग्जिट पोल गलत साबित होंगे.
लोकसभा की 543 सीटों के लिए सात चरणों में चुनाव हुए. बहुमत का आंकड़ा 272 है. उम्मीद है कि भाजपा बंगाल, ओडिशा और दक्षिणी राज्यों में और बढ़त बनाएगी, जिससे उत्तर में होने वाले किसी भी नुकसान की भरपाई हो जाएगी. बंगाल के अलावा, महाराष्ट्र, ओडिशा, कर्नाटक और तेलंगाना में भी ऐसी ही उम्मीद है. केरल में भी भाजपा का खाता खुलता नजर आ रहा है.
इस बार सात चरणों में चुनाव संपन्न हुए हैं. तीन एग्जिट पोल ने एनडीए के लिए 400 से अधिक स्कोर की भविष्यवाणी की है. बाकी केवल एनडीए की जीत के दावे कर रहे हैं.
गौरतलब है कि एक दिन पहले कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा था, 'हमें पूरी उम्मीद है कि हमारे नतीजे एग्जिट पोल के नतीजों से बिल्कुल विपरीत होंगे.' इसके साथ ही कांग्रेस ने नतीजों में धांधली की संभावना जताई थी. कांग्रेस ने अपने सभी कार्यकर्ताओं से वोटों की गिनती के दौरान सतर्क रहने, अपने जिला और राज्य मुख्यालयों में मौजूद रहने और किसी भी तरह की शरारत की सूचना पार्टी के निगरानी सेल को देने को भी कहा था.