कोलकाता : त्रिपुरा के मुख्यमंत्री डॉ. माणिक साहा के रोड शो को पश्चिम बंगाल पुलिस ने रोक दिया. वह गुरुवार को दक्षिण कोलकाता में भाजपा उम्मीदवार देबाश्री चौधरी के लिए एक रोड शो कर रहे थे. भाजपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल पुलिस ने उनकी रैली को रोक दिया.
कथित तौर पर रोड शो रोके जाने के बाद एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए त्रिपुरा के सीएम ने कहा कि पुलिस ने यह कहते हुए हमारा रोड शो रोक दिया कि हमारे पास आगे जाने की अनुमति नहीं है. हमने अधिकारियों से सभी आवश्यक अनुमति और मंजूरी लेने के बाद ही रोड शो शुरू किया था. इससे पता चलता है कि बंगाल में जंगल राज कायम है. क्या विपक्षी नेता यहां चुनाव प्रचार नहीं कर सकते?
ऐसी भी खबरें हैं कि भाजपा समर्थकों की कोलकाता पुलिस कर्मियों के साथ झड़प हो गई. घटना की एक वीडियो क्लिप में भाजपा समर्थकों को रोड शो के बीच कथित तौर पर पुलिस की ओर से लगाए गए बैरिकेड को धक्का देते हुए देखा जा सकता है.
गुरुवार शाम हाजरा रोड पर आयोजित रोड शो का उद्देश्य पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी के लिए समर्थन बढ़ाना था. लोकसभा चुनाव के बीच भाजपा के स्टार प्रचारकों में से एक सीएम साहा गुरुवार को रोड शो के लिए पहुंचे, लेकिन शहर के पुलिस कर्मियों द्वारा अनुमति की कमी का हवाला देते हुए कथित तौर पर जुलूस को रोकने के बाद यह बाधित हो गया.
![Tripura CM Roadshow In Kolkata](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/24-05-2024/21544699_tripura.jpg)
देबाश्री चौधरी ने भी कथित पुलिस कार्रवाई को लेकर ममता बनर्जी सरकार पर निशाना साधा. मौजूदा टीएमसी शासन पर अहंकार और अत्याचार का आरोप लगाते हुए, त्रिपुरा के सीएम ने कहा कि हजरा रोड की घटना जहां पुलिस ने हमारे रोड शो को रोक दिया था, वह हमारे लोकतंत्र और संविधान का घोर अपमान था. उन्होंने आगे कहा कि बंगाल के लोग इसे संजोते हैं. लोकतंत्र और इस अहंकार और अन्याय के खिलाफ उठेंगे, वे अपने वोटों के माध्यम से करारा जवाब देंगे.
बाद में, अपने सोशल मीडिया हैंडल पर सीएम साहा ने पोस्ट किया कि ऐसा लगता है कि सीएम ममता बनर्जी लोकतांत्रिक मूल्यों का उल्लंघन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो आम चुनावों में हार को महसूस करने के बाद उनके तानाशाही तरीके और हताशा को भी दर्शाता है.
देबाश्री चौधरी दक्षिण कोलकाता से तृणमूल कांग्रेस की माला रॉय के खिलाफ चुनाव लड़ रही हैं. इस सीट के लिए मतदान एक जून को होगा. पश्चिम बंगाल में सात चरणों में मतदान हो रहा है और बाकी दो चरणों के लिए मतदान 25 मई और 1 जून को होंगे. वोटों की गिनती 4 जून को होगी. छठे चरण में 25 मई को तमलुक, कांथी, घाटल, झाड़ग्राम, मेदिनीपुर, पुरुलिया, बांकुरा और बिष्णुपुर में मतदान होगा.